चमकी बुखर से अरवल के एक बच्चे की मौत
मगध क्षेत्र में बारिश शुरू होते ही एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम(एईएस) व जापानी इंसेफ्लाइटिस(जेई) ने पांव पसार लिया है। चमकी बुखार से बाों की मौत का सिलसिला जारी है। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में इलाज के दौरान एक और बचे की मौत शुक्रवार की रात हो गई। उसकी पहचान अरवल जिले के उत्तम कुमार के पुत्र राजू कुमार के रूप में की गई है। दोपहर को ही उसे भर्ती कराया गया था। इस तरह से चमकी बुखार से अब तक मरने वालों की संख्या दस हो गई।
गया। मगध क्षेत्र में बारिश शुरू होते ही एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम(एईएस) व जापानी इंसेफ्लाइटिस(जेई) ने पांव पसार लिया है। चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में इलाज के दौरान एक और बच्चे की मौत शुक्रवार की रात हो गई। उसकी पहचान अरवल जिले के उत्तम कुमार के पुत्र राजू कुमार के रूप में की गई है। दोपहर को ही उसे भर्ती कराया गया था। इस तरह से चमकी बुखार से अब तक मरने वालों की संख्या दस हो गई।
शुक्रवार तक अस्पताल में इलाजरत चार बच्चे स्वस्थ्य होकर घर लौट गए। वहीं, शनिवार तक गया, औरंगाबाद, अरवल और झारखंड के कुल 38 बच्चे भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 20 का इलाज चल रहा है। जबकि चार बच्चों परिजन अन्यत्र इलाज के लिए लेकर चले गए। उधर, शनिवार को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहुंचकर टीम ने भर्ती बच्चों का सैंपल लिया। पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट आरएमआरआइ में बच्चों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। वहीं, दो बच्चों की जांच रिपोर्ट जेई पॉजिटिव आया है। इसमें एक फतेहपुर के शिव कुमार की मौत हो गई है। वहीं, दूसरा बच्चा अतरी के प्रियांशु कुमार है। उसका इलाज मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के जेई व एइएस आइसीयू वार्ड में चल रहा है। फिलहाज इलाजरत जेई पॉजिटिव बच्चा का स्वास्थ्य ठीक है। इलाज के दौरान अब तक 10 बच्चों की मौत हो कुकी है। सभी बच्चों का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया है। इसमें दो बच्चों का जेई पॉजिटिव आया है। अस्पताल के आइसीयू वार्ड एवं इमरजेंसी के नए भवन के आइसीयू वार्ड में 20 भर्ती बच्चों का इलाज चल रहा है।
- डॉ. विजय कृष्ण प्रसाद, अधीक्षक, एएनएमएमसीएच