दावत उड़ाई, दहेज भी लिया, 50 हजार की जिद में दुल्हन छोड़ गया
संवाद सूत्र, इमामगंज (गया) : बहाना यह कि दुल्हन ने निकाह कुबूल नहीं किया, असल वजह तो दहे
संवाद सूत्र, इमामगंज (गया) : बहाना यह कि दुल्हन ने निकाह कुबूल नहीं किया, असल वजह तो दहेज के बकाया 50 हजार रुपये हैं। मामला गया जिला के इमामगंज प्रखंड का है। दावत उड़ाने के बाद दहेज लोभी दूल्हा मय बरात चंपत हो गया। सोमवार को रपट लिखाते समय युवती के पिता की आंखें छलछल हो रही थीं।
लोभ-लालच से जुड़ा यह मामला 29 नवंबर का है। इमामगंज प्रखंड के विश्रामपुर गांव से बरात लेकर सुलेमान आलम युवती के घर पहुंचा। निकाह पढ़ने तक वहां जश्न का आलम था। उसके बाद बरातियों सहित दूल्हा अचानक गायब हो गया। युवती के परिजनों के सिर पर वज्रपात हो जैसे। पूछने पर दूल्हा के पिता असलम रिजवी और परिजनों का कहना था कि दुल्हन ने निकाह कुबूल नहीं फरमाया, इसी कारण लौट गए। इसी के साथ दुल्हन की विदाई कराने से इन्कार कर दिया गया। मुखिया और पंचायत के गण्यमान्य ने समझाने का भी कोई असर नहीं हुआ। अंतत: युवती के पिता ने प्राथमिकी दर्ज कराई। दूल्हा और उसके पिता सहित 12 लोग नामजद किए गए हैं। सब इंस्पेक्टर लक्ष्मण कुमार सिंह का कहना है कि जांच जारी है। गैरकानूनी हरकत करने वाले नहीं बख्शे जाएंगे।
आपबीती सुनाते हुए युवती के पिता की आंखें भर जा रही थीं। सुनने वाले भी दहेज लोभियों को कोस रहे थे। रपट में साफ लिखा है कि बाइक, बर्तन और फर्नीचर आदि के रूप में दो लाख के सामान दिए जा चुके हैं। दूल्हा पक्ष द्वारा एक लाख रुपये अतिरिक्त की मांग की गई। मान-मनव्वल के बीच शादी की दावत होने लगी। किसी तरह इंतजाम कर 50 हजार रुपये दे दिए गए। अपनी बीमारी और इलाज आदि में हुए खर्च का हवाला देते हुए युवती के पिता ने 50 हजार रुपये देने में असमर्थता जताई। दूल्हा को तो जैसे पैसे से वास्ता था, जो दुल्हन छोड़कर खिसक निकला।