मोक्षदायिनी फल्गु को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नाला का होगा निर्माण, सर्वे का काम पूरा
सनातन धर्म में मोक्षदायिनी फल्गु नदी का काफी महत्व है। नदी के पवित्र जल से पितरों की मोक्ष मिलती है।
संजय कुमार, गया : सनातन धर्म में मोक्षदायिनी फल्गु नदी का काफी महत्व है। नदी के पवित्र जल से पितरों की मोक्ष मिलती है। इसी उद्देश्य से लोग अपने पितरों के मोक्ष को लेकर नदी के जल से पिडदान एवं तर्पण करते है। फल्गु के प्रदूषण मुक्त को लेकर बुडको द्वारा नाला (सीवरेज) प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है। जबकि नदी के सर्वे काम दिल्ली के संस्था वेव कोस लिमिटेड द्वारा किया गया है। प्राक्कलन तैयार करने के बाद राशि की आवंटन को लेकर नगर विकास व आवास विभाग को भेजा जाएगा। नदी किनारे 6.50 किलोमीटर नाला का निर्माण किया जाएगा। नाला पूरी तरह से ढका रहेगा। जिससे लोगों को नदी में आने-जाने में किसी तरह के परेशानी नहीं होगी। नाला का निर्माण केंदुई से लेकर कंडी गांव तक किया जाएगा। जिसमें नदी में गिरने वाले सभी नाले को जोड़ने का काम किया जाएगा। कंडी के पास नाले का गंदा पानी को ट्रीटमेंट कर नदी गिरने के साथ खेतों को सिचाई होगा।
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प्रदूषित जल से पिडदानी नहीं करेंगे कर्मकांड
देवघाट के पास नदी में सालोंभर पानी रहने को लेकर रबर डैम का निर्माण किया जा रहा है। 2023 में रबर डैम बनकर तैयार हो जाएगा। नदी का पानी शुद्ध रखने को लेकर नाला का निर्माण किया जाएगा। जिससे पिडदानियों को कर्मकांड करने में शुद्ध जल मिल सके। नाला का निर्माण होने से नदी का पानी प्रदूषित नहीं होगा।
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नदी में गिर रहा है कई नाले
फल्गु नदी में शहर के कई नाले गिर रहा है। नदी में दंडीबाग नाला, मनसरवा नाला, नदारागंज नाला, मलहटोली नाला, पितामहेश्वर नाला, बाटम नाला, सीढि़या घाट नाला, किरानी घाट नाला, पंचायती अखाड़ा नाला, मोरिया घाट नाला एवं रामशिला नाला गिर रहा है। इसके अलावा मानपुर से कई छोटा एवं बड़ा नाला नदी में गिर रहा है। इसके कारण नदी पूरी तरह से प्रदूषित हो गया है। नदी में जगह-जगह पर गंदा पानी का जमाव बना हुआ है। जिससे नदी किनारे भूजलस्तर भी प्रदूषित हो गया है। बोरिग से प्रदूषित पानी निकल रहा है। नाला बनने से सभी समस्या समाप्त हो जाएगा।
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नाला निर्माण में तोड़ा जाएगा कई मकानें
नाला का निर्माण में नदी किनारे बने अवैध मकानों को तोड़ा जाएगा। क्योंकि लोगों ने अतिक्रमण कर नदी में मकान बना लिए है। नदी किनारे लोगों ने अतिक्रमण दो हजार से अधिक मकानें बना लिया है। नदी में सबसे अधिक मकानें सिक्स लेन पुल से लेकर धोबिया घाट तक बना है। नाला निर्माण से पहले मकानों को चिन्हित कर तोड़ा जाएगा।
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नाला निर्माण के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। सर्वे काम केंदुई से लेकर कंडी गांव तक किया है। प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है। राशि की आवंटन के बाद निविदा निकाली जाएगी। नाला का निर्माण होने से फल्गु नदी प्रदूषण मुक्त होगा।
विजय कुमार लाल, कार्यपालक अभियंता बुडको