मगध मेडिकल में दहशत में मां, नहीं मिला नवजात
फोटो 07 08 -गुंडागर्दी करने वाले जूनियर डॉक्टर 24 घटे बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर ----------- - समाचार संकलन करने गए टीवी पत्रकार प्रसूता व उनके परिजन को जूनियर डॉक्टरों ने पीटा था बेरहमी से -अभी तक सिर्फ सीसीटीवी फुटेज ही हासिल कर सकी है पुलिस ----------- जागरण संवाददाता गया
गया । अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के हमले के बाद से नवजात की मां सोनी देवी डरी सहमी है। सोनी के पति सुलेंद्र चौधरी ने कहा कि एक सप्ताह होने को है, लेकिन अस्पताल प्रशासन सिर्फ नवजात को जल्द मिलने का दिलासा ही दे रहा है। सोमवार को जूनियर डॉक्टरों के कारनामे से अब यहां रहने में हमलोगों को काफी डर लग रहा है। वहीं, टीवी पत्रकार, प्रसूता और उनके परिजनों की पिटाई करने वाले जूनियर डॉक्टर घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। सब कुछ अस्पताल अधीक्षक विजय कृष्ण प्रसाद की मौजूदगी व उपाधीक्षक पीके अग्रवाल की आंखों के सामने घटित होने के बाद भी कार्रवाई सुस्त है। अभी तक पुलिस सिर्फ सीसीटीवी फुटेज ही हासिल कर सकी है।
विदित हो कि नौ अक्टूबर को गुरुआ प्रखंड के पुनौल गांव निवासी सोनी देवी ने नवजात को जन्म दिया था। अगली सुबह टीकाकरण के नाम पर एक महिला नवजात को लेकर फरार हो गई। मीडिया द्वारा अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े करने पर जूनियर डॉक्टर गुंडागर्दी पर उतर आए। सोमवार को समाचार संकलन करने के लिए टीवी पत्रकार और प्रसूता समेत चोरी गए नवजात बच्चे के चाचा शिवनंदन चौधरी पर जूनियर डॉक्टरों ने हमला कर दिया। हॉकी स्टिक से वार करने पर वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
----
एसएसपी से मिला पत्रकारों
का प्रतिनिधिमंडल
इस मामले को लेकर शहर के गांधी मंडप स्थित गया के पत्रकारों की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई। वहीं, दूसरी ओर दोषी जूनियर डॉक्टरों पर त्वरित कार्रवाई की मांग को लेकर पत्रकारों ने एसएसपी राजीव कुमार मिश्रा से मिलकर पूरी घटना को अवगत कराया और छह सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। एसएसपी ने कांड को लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। कांड के अनुसंधान का जिम्मा आइओ के रूप में प्रशिक्षु डीएसपी रंजीत रजक को सौंपा गया है। सीनियर एसपी ने कहा कि इस मामले में संलिप्त जूनियर डॉक्टरों को चिह्नित कर कार्रवाई सुनिश्चित होगी। उन्होंने गया के मीडियाकर्मियों को बिना किसी पक्षपात के घटना की निष्पक्ष जांच का भी भरोसा दिलाया।
----
आइएमए ने की निंदा
इस घटना की आईएमए ने भी निंदा की है। आइएमए के अध्यक्ष डॉ. रामसेवक प्रसाद सिंह ने अस्पताल परिसर में मरीजों के परिजन व पत्रकार के साथ जूनियर डॉक्टरों के हमले की निंदा की है।
----
पुलिस पुन: फर्द बयान
लेगी : एसएसपी
गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि पत्रकार हमले मामले में पुलिस पुन: फर्द बयान लेगी। उसे अनुसंधान में जोड़ा जाएगा।
----
डरी सहमी है नवजात की मां
जूनियर डॉक्टरों द्वारा पत्रकार के साथ मारपीट करना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। उनकी यह हरकत डॉक्टर के आचरण से कतई मेल नहीं खाते। दोषियों के खिलाफ कानूनी कारवाई और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। मैं पार्टी के वरीय नेताओं से इस संदर्भ में बात करूंगा।
- अरविंद सिंह, युवा लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष व पायोनियर वर्ल्ड स्कूल के सचिव
::::::::::::::::::::::::::::
जूनियर डॉक्टरों द्वारा पत्रकारों पर हमला निंदनीय है। यह शर्मसार करने वाली हरकत है। दोषियों पर मुकदमा होना चाहिए।
- वात्सली निर्भया शक्ति की सत्यवती कुमारी गुप्ता