स्ावाद सूत्र, बेलागंज : सवर्ण संगठनों के आह्वान पर 6 सितंबर को भारत बंद के दौरान पुलिस की कार्रवाई के विरोध में रविवार को बुद्धिजीवियों ने मुंह पर काली पट्टी बाधकर मार्च निकाला। लोगों ने अपर पुलिस अधीक्षक, सदर अनुमंडल पदाधिकारी और बेलागंज बीडीओ को तत्काल निलंबित करने और प्रशासन द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामजद निर्दोष लोगों को मुक्त करने की माग की।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार दोपहर एक बजे बड़ी संख्या में महिला-पुरुष बेलागंज के बेल्हाड़ी मोड़ पर एकत्रित हुए। यहा लोगों ने अपने मुंह पर काली पट्टी बाधकर स्लोगन लिखित तख्ती लेकर शांतिपूर्ण मौन जनाक्रोश मार्च निकाला। लोगों ने जेल भेजे गए नाबालिग बच्चों को तत्काल रिहा करने की मांग की।
लोगों ने कहा कि जातिगत पहचान के बाद प्रताड़ित करने की प्रवृति से सरकार बाज आए। प्रतिरोध मार्च बेल्हाड़ी मोड़ से चलकर मुख्य बाजार, स्टेशन मोड़ होते हुए पुन: बेल्हाड़ी मोड़ पहुंचकर संपन्न हुआ। मार्च का नेतृत्व कर रहे पूर्व मुखिया
रामविनय शर्मा ने कहा कि यह आदोलन का पहला चरण है। यदि हमारी मागों पर तत्काल अमल नहीं किया जाता है तो आदोलन और तेज होगा। सरकार घटना में दोषी अधिकारियों को निलंबित नहीं करती तो आदोलन सड़क से सदन तक होगा। जनाक्रोश मार्च में सवर्ण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भागवत कुमार, कुमार सत्यशिल, मुकेश कुमार, मोहन शर्मा, अमरेन्द्र प्रियदर्शी, सुमंत शर्मा, राजीव कुमार कन्हैया, शम्भु शर्मा, सियाशरण सिंह, रंजेश कुमार, अशोक कुमार, धीरेन्द्र नाथ सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के विभिन्न गाव में युवा, बुजुर्ग एवं महिलाओं ने हिस्सा लिया।
Posted By: Jagran
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