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तीन ट्रकों में ठूंसकर बंगाल की तरफ ले जाए जा रहे थे जानवर, झारखंड प्रशासन ने बिहार सीमा पर रोका

बिहार के रास्‍ते मवेशियों की तस्‍करी नई बात नहीं है। देश भर के मवेशी तस्‍कर पश्चि‍म बंगाल के रास्‍ते बांग्‍लादेश तक पहुंचने के लिए बिहार-झारखंड के रूट का इस्‍तेमाल करते हैं। इन मवेशी तस्‍करों का नेटवर्क बिहार के भी क‍ई जिलों में फैला है।

By Edited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 08:45 AM (IST)Updated: Sun, 28 Feb 2021 09:26 AM (IST)
तीन ट्रकों में ठूंसकर बंगाल की तरफ ले जाए जा रहे थे जानवर, झारखंड प्रशासन ने बिहार सीमा पर रोका
इसी ट्रक पर लादकर ले जाये जा रहे मवेशी। जागरण

गया, जागरण संवाददाता। बिहार के रास्‍ते मवेशियों की तस्‍करी नई बात नहीं है। देश भर के मवेशी तस्‍कर पश्चि‍म बंगाल के रास्‍ते बांग्‍लादेश तक पहुंचने के लिए बिहार-झारखंड के रूट का इस्‍तेमाल करते हैं। इन मवेशी तस्‍करों का नेटवर्क बिहार के भी क‍ई जिलों में फैला है। रोहतास जिले के काराकाट मंडी से जानवर की खरीदारी कर कोलकाता और टाटा जा रहे जानवर लदे तीन ट्रकों को बिहार-झारखंड की सीमा पर झारखंड प्रशासन ने शनिवार को रोक दिया।

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एक लाइन होटल में रखे गए हैं सभी जानवर

ट्रक से उतारे गए सभी जानवरों को डोभी-चतरा सड़क मार्ग के धीरजापुल के पास एक लाइन होटल में रखा गया है। जानवर के साथ ट्रक पर कोई व्यापारी नहीं था। जानवर को तीन ट्रक में भरकर ले जाया जा रहा था और ट्रक पर एक दर्जन मजदूर भी सवार था। झारखंड के हंटरगंज थाना की पुलिस के द्वारा उक्त गाड़ी को रोककर पशुपालन के संदर्भित कागजात की मांग की। किसी भी प्रकार के कागजात नहीं होने के कारण पुन: बिहार की सीमा में वापस भेज दिया गया।

डोभी-चतरा मार्ग बना पशु तस्‍करों का सेफ रास्‍ता

बता दें कि जानवरों की तस्करी डोभी-चतरा सड़क मार्ग से बड़ी संख्या में इन दिनों हो रही है, जिसमें दुधारू पशुओं की संख्या अधिक होती है। ट्रक पर सवार रहे मजदूरों ने बताया कि व्यापारी द्वारा मुझे इन जानवरों को पश्चिम बंगाल के कोलकाता और झारखंड के टाटा में पहुंचाने को कहा गया था। अकसर इसी रास्ते से जानवर पहुंचाने का कार्य करते हैं।

जीटी रोड पर सख्‍ती के बाद तस्‍करों ने बदला रास्‍ता

जीटी रोड पर सख्ती के बाद डोभी-चतरा सड़क का उपयोग तस्करों द्वारा किया जाने लगा। आजकल दुधारू गाय और भैंस की भी बड़ी मात्रा में तस्करी की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि किसी भी जानवर को अन्यत्र जगह पर ले जाने के पूर्व मेडिकल जांच, पशुपालन का कागज, बिक्री पत्र, बाजार मालगुजारी रशीद, राज्यों के सीमा से गुजरने पर जांच की आवश्यकता होती है। जीटी रोड से प्रतिदिन बकरियों की भरी गाड़ी भी चेकपोस्ट से गुजर रही है जिसका भी कोई कागजात नहीं होता है, परंतु माफिया वर्ग के द्वारा इसी अपने धौंस दिखाकर पाकर करा लिया जाता है।


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