Move to Jagran APP

शरीर के विकास के लिए आयरन जरूरी

जिले के 24 प्रखंडों में वीकली आयरन एंड फ ोलिक एसिड सप्लीमेंटेशन (वीफ्स) को लेकर नोडल शिक्षकों व आगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण मंगलवार से प्रारंभ हो गया। आगनबाड़ी केंद्रों स्कूलों और प्रखंड संसाधन केंद्रों पर यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण डीआरयू केयर इंडिया की ओर से दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 06:37 PM (IST)Updated: Wed, 23 Oct 2019 02:12 AM (IST)
शरीर के विकास के लिए आयरन जरूरी

गया । जिले के 24 प्रखंडों में वीकली आयरन एंड फ ोलिक एसिड सप्लीमेंटेशन (वीफ्स) को लेकर नोडल शिक्षकों व आगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण मंगलवार से प्रारंभ हो गया। आगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों और प्रखंड संसाधन केंद्रों पर यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण डीआरयू केयर इंडिया की ओर से दिया जा रहा है। विभिन्न केंद्रों पर आयोजित ट्रेनिंग में केयर इंडिया के प्रशिक्षकों ने शरीर के लिए आयरन व फ ोलिक एसिड की जरूरत पर बल दिया। साथ ही दवा खिलाने के बारे में जानकारी दी। शिक्षकों और आगनबाड़ी सेविकाओं को कार्यक्रम की महत्ता व इसके क्रियान्वयन को लेकर विस्तार से बताया गया।

loksabha election banner

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीलेश कुमार ने बताया कि वीकली आयरन एंड फ ोलिक एसिड सप्लीमेंटेशन राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का जरूरी हिस्सा है। यह प्रशिक्षण विभिन्न प्रखंडों में 25 अक्टूबर तक चलेगा। प्रतिभागियों की संख्या को देखते हुए दो से चार बैच तैयार किए गए हैं। लक्षित सभी किशोर किशोरियों को आइएएफ टेबलेट का लाभ दिलाने के लिए यह प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रशिक्षण के ससमय निष्पादन की जिम्मेदारी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों को दी गई है।

केयर इंडिया के गया डीटीएल शशिरंजन कुमार ने बताया 10 से 19 वर्ष आयु वर्ग की स्कूली शिक्षा से वंचित किशोरियों को प्रशिक्षित आगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा आगनबाड़ी केंद्र में प्रत्येक सप्ताह के बुधवार को एक टेबलेट का सेवन कराया जाना है। सभी किशोर किशोरियों को इसका लाभ मिल सकें। इसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

-------------

एनिमिया दूर करने की है मुहिम

स्वास्थ्य विभाग 10 से 19 वर्ष आयु वर्ग के किशोर किशोरियों में कुपोषण जनित एनीमिया को दूर करने के लिए यह मुहिम चला रहा है। इस अभियान के तहत छठी से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को आइएफए टेबलेट का सेवन कराया जाता है। स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग व समाज कल्याण विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर सरकारी तथा सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में दवा खिलाने के काम को और अधिक मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण दे रहा है।

-------------

तीन हजार से अधिक

टीचरों को प्रशिक्षण

विभिन्न चरणों में हो रहे इस प्रशिक्षण में तीन हजार से अधिक नोडल शिक्षक शामिल होंगे। इनके अलावा 72 बीआरपी, 103 महिला पर्यवेक्षक, 96 प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी होंगे। इस प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न विभागों के कुल 3331 प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में प्रखंड स्तर के सभी बीआरपी, महिला पर्यवेक्षिका, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हुए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.