विधानसभा में किसानों के मुद्दों पर खूब गरजीं हम विधायक ज्योति देवी, प्रवासी मजूदरों की भी वकालत की
Politics in Bihar बिहार विधान मंडल सत्र के दौरान सदन मे बाराचटटी विधानसभा क्षेत्र की एनडीए (NDA) विधायक ज्योति देवी ने किसान प्रवासी मजदूर एवं किसान हित तथा वृद्ध गरीबों के लिए सरकार को महत्वपूर्ण सुझाव दी है।
गया, जेएनएन। बिहार विधान मंडल सत्र के दौरान सदन मे बाराचटटी विधानसभा क्षेत्र की एनडीए विधायक ज्योति देवी ने किसान प्रवासी मजदूर, एवं किसान हित तथा वृद्ध गरीबों के लिए सरकार को महत्वपूर्ण सुझाव दी है। विधायक ने सदन में सरकार को बताया कि बिहार के लाखों असंगठित मजदूर दूसरे राज्यों में ईंट भट्टों पर एवं अन्य जगहों पर रोजी रोटी कमाने के लिए पलायन कर जाते हैं। जिसके कारण लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होने से वंचित रहते हैं इनका मत भी बैलट पेपर के जरिए मत प्राप्त करने की व्यवस्था पर विचार किया जाए। उक्त मजदूर दूसरे राज्यों में जब पलायन करते हैं उससे पहले उनका निबंधन स्थानीय स्तर पर कराना सुनिश्चित किया जाए। ताकि बाहर में उन पर होने वाले उत्पीड़न एवं कोई दुर्घटना के दौरान उन्हें सामाजिक आर्थिक एवं कानूनी सहायता मिल सके।
पैक्स में धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया की जाए सरल
विधायक ज्योति देवी ने संयुक्त सदन में सरकार को बताया कि अभी रबी फसल का समय चल रहा है। किसान धान बेचकर ही खेत में पूंजी लगाते हैं और कई जरूरी काम भी इसी धान की खेती के फसल से किसान निकाल पाते हैं। किंतु धान खरीद की प्रक्रिया सिथिल पड़ा है तत्काल सरकार से किसानों के हित में धान की प्रक्रिया में तेजी लाने के साथ-साथ विधायक ने सरकार से आग्रह की है कि धान क्रय की राशि भुगतान एवं खरीद की जटिलता प्रक्रिया को सरल की जाए।
गरीबी के कारण वृद्धों के पास खानपान में पोषक तत्वों का अभाव
विधान मंडल के संयुक्त सदन में विधायक ज्योति देवी ने सरकार को यह बताने का काम की है कि ग्रामीण क्षेत्रों मे अक्सर या देखने को मिला कि अत्यंत गरीबी की वजह से खानपान में जरूरी पोषण तत्वों का ग्रामीण क्षेत्र में वृद्धों के बीच अभाव है। निम्न स्तर का जीवन शैली और बदलते पर्यावरण के कारण व्यक्तियों की उम्र घटती जा रही है। इसके शिकार सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रभावित हो रहे हैं। विधायक ने उक्त बातों से अवगत कराते हुए सरकार से अनुरोध की है कि पेंशन योजना की उम्र 60 वर्ष से घटाकर 50 वर्ष करने पर विचार करें। क्योंकि पेंशन की पात्रता रखने वाले 60 वर्ष की उम्र के बाद उनके लिए पेंशन की प्रक्रिया शुरू करते-करते अधिकांश आर्थिक अभाव में वैसे वृद्ध दुनिया छोड़ चुके होते हैं।