गया में अलग-अलग जगहों पर हुई अगलगी में घर में रखे सारे सामान हो गए राख, 25 हजार का धान जला
या जिले के टनकुप्पा प्रखंड के दो अलग जगहों पर गुरुवार की रात आग लगने से हजारों की संपत्ति जलकर राख हो गई। साहिल गांव में धान की फसल में आग लगी। वहीं सलारपुर गांव में एक घर में बिजली की शार्ट सर्किट से आग लग गई।
टनकुप्पा (गया), संवाद सूत्र। गया जिले के टनकुप्पा प्रखंड के दो अलग जगहों पर गुरुवार की रात आग लगने से हजारों की संपत्ति जलकर राख हो गई। घटना करीब 10 बजे रात की है। साहिल गांव में धान की फसल में आग लगी। वहीं सलारपुर गांव में एक घर में बिजली की शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग में सबकुछ जलकर राख हो गया। सलारपुर गांव में उमेश मांझी के घर में लगी आग उतनी तेज थी कि ग्रामीण काबू पाते तबतक जलकर राख हो गया।
घर के सारे सामान हो गए राख
उमेश मांझी ने बताया कि रात में खाना खाकर घर के लोग सोने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान दूसरे कमरे से आग की लपटें दिखाई दी। तत्काल घर के स्वजन को बाहर निकालकर शोर मचाया। पड़ोसियों से मदद के लिए बुलाया। शोर मचाने पर ग्रामीण पहुंचे। आग बुझाने का हर संभव प्रयास किया। ग्रामीण पानी डालकर आग को बुझाने में लगे रहे। लेकिन आग इतनी तेज से फैली कि घर में रखे सारे सामान राख हो गए। इसमें खाने की सामग्री सहित कपड़े, बिछावन सहित अन्य सामान जल गए। घर ईंट की है लेकिन छप्पर नेवारी का बना था। जब आग बुझी तो चारों तरफ राख नजर आ रहे थ। संयोग था कि समय से घर के लोग बाहर निकल गए। वरना हादसा हो सकता था।
धान के बोझे में लग गई आग
उधर साहिल गांव में किसान का निवाला आग ने छीन लिया। यहां धान के ढेर में आग लगी। धान का ढेर नागेश्वर चौधरी का था। उस जगह पर अन्य लोगों के धान भी रखे गए थे। अचानक वहां आग लग गई। खलिहान से आग की लपटें देख ग्रामीण जुटे और फायर ब्रिगेड को सूचित किया। ग्रामीण अपने स्तर से भी आग बुझाने में लगे रहे। जबतक फायर ब्रिगेड पहुंची, ग्रामीण पानी डालते रहे। फायर ब्रिगेड की टीम ने पूरी तरह से आग बुझाई। इसका असर रहा कि दूसरे किसानों का धान नहीं जला। नागेश्वर चौधरी ने बताया कि करीब 25 हजार का नुकसान हुआ है।