Gaya: जिस्मानी संबंध का विरोध करना पति को पड़ा महंगा, पत्नी ने देवर के साथ मिल उतार दिया मौत के घाट
सात फेरों के बंधन पर जिस्मों का रिश्ता भारी पड़ा। साथ-साथ जीने-मरने की कसम खाने वाली पत्नी ने पति को मौत के घाट उतार दिया। इस कुकृत्य में उसका देवर भी साथ था क्योंकि पति उसके नाजायज संबंध का विरोध कर रहा था।
संवाद सूत्र, फतेहपुर (गया)। पत्नी का छोटे भाई (देवर) के साथ जिस्मानी संबंध बनाने का विरोध करना एक पति को भारी पड़ गया। विरोध के कारण साथ-साथ जीने-मरने की कसम खाने वाली पत्नी ने अपने देवर के साथ मिलकर राजेंद्र मांझी की हत्या कर दी। घटना गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के बाराघाट की है।
बाराघाट निवासी राजेन्द्र मांझी की पत्नी रीना देवी का अपने ही देवर जितु मांझी के साथ मधुर संबंध बन गया,जो धीरे-धीरे अवैध संबंध में बदल गया। तीन बच्चों की मां का अपने देवर के प्रति बढे आकर्षण का राजेन्द्र विरोध करने लगा। बढते विरोध से अआजीज आकर मंगलवार को देवर भौजाई ने राजेन्द्र को रास्ते से हटाने के लिए सोये अवस्था में गला में फंदा डालकर उसकी हत्या कर दिया।
घटना की जानकारी बुधवार की सुबह ग्रामीणों को लगी। जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी फतेहपुर थाना की पुलिस को दिया। मौके पर प्रभारी थानाध्यक्ष शिव मंदिर सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन की।
घटना के बाद देवर-भौजाई घर में ही थे मौजूद
घटना को अंजाम देने के बाद जितु एवं रीना घर में ही थे। वहीं राजेन्द्र मांझी का शव खाट पर पड़ा हुआ था। उसके गले में गहरा काला निशान था। हालांकि, राजेन्द्र मांझी की पत्नी एवं भाई का कहना है कि उन्होंने घटना को अंजाम नहीं दिया है, बल्कि उसकी मौत देर रात तबीयत खराब होने के कारण हो गई थी।
क्या कहती है पुलिस
प्रभारी थानाध्यक्ष शिवमंदिर सिंह ने बताया कि शव देखने से प्रतीत हो रहा है कि उसकी हत्या गले में फंदा डालकर किया गया है। वहीं, स्वजनों एवं ग्रामीणों से पूछताछ में इस बात की पुष्टि हुई हैं कि पति-पत्नी के बीच अवैध रिश्ते को लेकर अक्सर लडाई-झगडा होता था। आशंका है कि दोनों ने ही घटना को अंजाम दिया है।
फिलहाल पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी जांच करने में जुटी हैं। प्रभारी ने बताया कि देवर-भौजाई को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।