भारी बारिश से पहाड़ी नदियां उफान पर, बांध टूटने से रोहतास के गांवों में घुसा पानी, हालात भयावाह
बांध का पानी गांव में आने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। गांव में पानी प्रवेश कर जाने से नंदन यादव यमुना चौधरी राम अवध चौधरी भोला चौधरी गुलाबचंद साह आदि के घरों में पानी घुस गया है। जिसमें अबतक सबसे ज्यादा क्षति नंदन यादव को हुई है।
संवाद सूत्र, नौहट्टा (सासाराम)। पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश से पहाड़ी नदियां उफान पर हैं। प्रखंड के तियराखुर्द पंचायत के मधुकुपिया गांव में पानी का दबाव बढ़ जाने के कारण बांध टूटने से दर्जनों घरों में पानी घुस गया। आधा दर्जन मिट्टी के मकान भी ध्वस्त हो गए।
यह भी जानें
- कई घरों में भी घुसा पानी, आधा दर्जन कच्चे मकान ध्वस्त
- मधुकुपिया के आसपास बाढ़ के हालात, खेत-बधार जलमग्न
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। पहाड़ी पानी को संग्रहित करने के लिए मधुकुपिया गांव के उत्तर में बरवाही बांध बना हुआ है, परंतु रात में अचानक बांध टूट गया और गांव में पानी पहुच गया। बांध का पानी गांव में आने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। गांव में पानी प्रवेश कर जाने से नंदन यादव, यमुना चौधरी, राम अवध चौधरी, भोला चौधरी, गुलाबचंद साह आदि के घरों में पानी घुस गया है। जिसमें अबतक सबसे ज्यादा क्षति नंदन यादव को हुई है।
घर मे रखे अनाज समेत काफी सामान बर्बाद हो गए हैं। इसके साथ ही खेत मे रोप गए धान को भी भारी नुकसान पहुंचा है। घनश्याम चौधरी,सत्यनारायण चौधरी,विश्वनाथ चौधरी समेत कई किसानों के खेत में पानी के साथ बहकर आ रही बांध की मिट्टी फसल के उपर से चढ़ गई है। जिससे धान की फसल बर्बाद हो गई।
उधर, अमहुआ में विनोद यादव, नवाडीहखुर्द में अनिल चौबे,उमेश चौबे, मधुकुपिया में गुलाबचंद साह, प्रसिद्ध पटेल के मिट्टी के मकान ध्वस्त हो गए। भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष अरुण चौबे ने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों से क्षेत्र में कभी रुक रुककर, तो कभी मूसलाधार बारिश हो रही है। जिससे कैमूर पहाड़ी के आसपास के कई अन्य गांवों के लोग भी पहाड़ी नदी के चलते बाढ़ को ले सशंकित हो उठे हैं। उन्होंने अंचलाधिकारी व जिलाधिकारी से पीडि़त परिवार व किसानों को तत्काल राहत उपलब्ध कराने का आगाह किया है।