Gaya News: 11 माह में 417 सड़क दुर्घटनाओं, 299 की मौत, 356 हुए जख्मी; जिला प्रशासन की अनदेखी जान पर पड़ी भारी
Gaya News दुर्घटना को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया है। जहां भी ब्लैक स्पाट है वैसे स्थल को चिंहित किया गया है लेकिन उसे डेंजर जोन घोषित करते हुए साइनेज लगाने की जरूरत महसूस नहीं की गई।
गया, जागरण संवाददाता। जिले के 24 प्रखंड और शहरी क्षेत्र में पिछले दो वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। सड़क पर लगातार मौतें हो रहीं हैं। दुर्घटना को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया है। जहां भी ब्लैक स्पाट है, वैसे स्थल को चिंहित किया गया है, लेकिन उसे डेंजर जोन घोषित करते हुए साइनेज लगाने की जरूरत महसूस नहीं की गई। शायद प्रशासन सड़क दुर्घटना का इंतजार कर रहा है। पुलिस विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2022 के 10 माह यानि अक्टूबर माह तक जिले में 417 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 299 लोगों ने इस दुर्घटना में जान गंवाई है, जबकि 353 लोग जख्मी हुए हैं।
इसी तरह वर्ष 2021 के आंकड़ों पर गौर करें तो 12 महीने में 461 सड़क दुर्घटनाएं हुईं हैं। इसमें 327 लोगों की मौतें हो चुकी है जबकि 497 लोग जख्मी हुए हैं। दुर्घटना में जख्मी हुए लोगों का डाटा पुलिस महकमा के पास उपलब्ध है, लेकिन कितने जख्मी की इलाज के क्रम में मौत हुई और कितने लोग स्वस्थ्य होकर पुन: जीवन की गाड़ी चला रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं है।
दैनिक जागरण के प्रयासों की हो रही सराहना
दैनिक जागरण की ओर से सड़क सुरक्षा अभियान की शहर के लोग सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है सड़क दुर्घटना के प्रति दैनिक जागरण कितना गंभीर है। यातायात नियम के बारे में प्रत्येक दिन जानकारी दे रहा है। सड़क पर लोगों को सुरक्षित चलने के प्रति जागरूक करना बड़ी बात है। नगर निगम के निवर्तमान वार्ड परिषद राहुल कुमार ने कहा कि यातायात नियम का पालन सभी को करना चाहिए। दैनिक जागरण द्वारा चलाया जा रहा रहा अभियान काफी सराहनीय है। हेलमेट पहनकर दो पहिया वाहन चलाएं। चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल करें, अगर आप सुरिक्षत रहेंगे तभी परिवार सुरक्षित रह सकता है।
डा. मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया जिले में ही नहीं, बल्कि देशभर में सड़क हादसा दर काफी बढ़ गया है। विगत कुछ दिनों में दर काफी है। यातायात नियम का पालन करना चाहिए। बाइक चलाते समय हेलमेट का इस्तेमाल करें। कार चलाते समय हरहाल में सीट बेल्ट लगाकर ही चलें।
पूर्व चैंबर अध्यक्ष शिवकैलाश डालमिया उर्फ मुन्ना डालिमया ने कहा कि हमारी जिम्मेवारी बनती है कि वाहन बाइक एवं गाड़ी चलाएं तो हेलमेट और सीट बेल्ट का इस्तेमाल करे। आश्चर्य की बात है कि चिंता दैनिक जागरण कर रहा है। समाजसेवी किरण झुनझुनवाला ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को वाहन बिल्कुल नहीं चलाना चाहिए। अभिभावकों को काम है कि बच्चों को वाहन चलाने से रोकें।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमप्रकाश ने कहा कि यातायात नियम का पालन करने से दुर्घटना की संभावना काफी कम रहती है। सड़क पर बाइक चलाते समय हेलमेट का इस्तेमाल जरूर करें। सड़क पर यातायात नियम का उल्लंघन करना आत्माघाती है। बाइक पर बैठे दोनों व्यक्ति हेलमेट अवश्य लगाएं। हाल ही में हेलमेट नहीं लगाने के कारण एक अधिवक्ता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। सभी लोग नियमानुसार गाड़ी चलाएं।