Aurangabad Crime: राजू रंजन की हत्या में दोस्त ही था शामिल, ऐसे दिया था घटना को अंजाम
औरंगाबाद जिले के 22 वर्षीय युवक की हत्या की घटना का पटाक्षेप हो गया है। दोस्त ने ही राजू रंजन की हत्या में अहम भूमिका निभाई थी। उसे घर से ले जाकर अपराधियों को सौंप दिया था। तीन अपराधी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद/सासाराम। दोस्त, दोस्त ना रहा। कुछ ऐसा ही औरंगाबाद के राजू रंजन के साथ हुआ। यहां दोस्तों ने पैसे के लिए इस रिश्ते को शर्मसार कर दिया। मालूम हो कि अंबा के रिसियप थाना के सड़ंसा गांव के 22 वर्षीय राजू रंजन का शव रोहतास जिले के दरिगांव थाना क्षेत्र के डुगडुगिया पहाड़ से बरामद किया गया। दोस्त की गिरफ्तारी के बाद इस जघन्य हत्याकांड का पता चला। बहरहाल पुलिस राजू रंजन के दोस्त भूपेश कुमार सिंह, गया जिला के बोधगया थाना क्षेत्र के नेबतापुर गांव निवासी शत्रुघ्न पांडेय एवं कुटुंबा बीचला मोड़ निवासी सोनू सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
15 दिसंबर की शाम राजू को बुलाकर ले गया था दोस्त भूपेश
एसडीपीओ अनूप कुमार ने बताया की राजू रंजन घर से समृद्ध था। भूपेश ने पैसे की लालच में कुछ अपराधियों के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई। इसके बाद उसे फोन कर बुलाया। घर से बाहर आने के बाद उसे बोलेरो में बैठाकर रोहतास के ताराचंडी के पास पहाड़ पर ले गए। मृतक युवक के घर से गायब होने के बाद स्वजनों ने काफी खोजबीन की पर पता नहीं चला। राजू की मां शीला देवी ने थाने में आवेदन देकर गांव के ही केसा सिंह के पुत्र भूपेश कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आवेदन में बताया था कि 15 दिसंबर की शाम उनके पुत्र को भूपेश कुमार ने फोन कर औरंगाबाद-हरिहरगंज पथ पर बुलाया था।
शराब पिलाने के बाद पिस्टल की बट से मारकर की हत्या
मामला दर्ज होने के बाद रिसिसप थानाध्यक्ष गुफरान अली को अनुसंधान के क्रम में पता चला कि घटना के दिन ही भूपेश भी गायब है। पुलिस ने दबिश दी तो पता चला कि वह नागपुर में है। स्वजनों पर दबाव बनाकर पुलिस ने भूपेश को यहां बुलवाया। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सबकुछ सामने आ गया। भूपेश की निशानदेही पर पुलिस ने ताराचंडी पहाड़ी से शव बरामद किया। हत्या में शामिल शत्रुघ्न एवं सोनू गिरफ्तार कर लिए गए। जमुई के रमेश सिंह, छोटू उर्फ सूरज एवं इंदल यादव फरार हैं।
थानाध्यक्ष के अनुसार अपराधियों ने राजू का अपहरण कर उसे शराब पिला दी थी। इसके बाद मुंह पर टेप लगा दिया था। उसे ताराचंडी के पास पहाड़ी पर वे ले गए। किसी तरह टेप हटाकर राजू शोर मचाने लगा। आवाज सुनकर पहाड़ी के नीचे के गांव शिवुपर, सिकरिया के ग्रामीण टॉर्च जलाते हुए जब पहाड़ी के पास जाने लगे तब अपराधियों ने पिस्टल से सर पर वार कर हत्या कर दी और भाग निकले।