Move to Jagran APP

केरल के पूर्व राज्‍यपाल बोले, बिहार में महाजंगल राज, मधुबनी की घटना से खुली सरकार की पोल

केरल के पूर्व राज्‍यपाल और कांग्रेस नेता निखिल कुमार ने कहा कि मधुबनी की घटना ने सुशासन की पोल खोल कर रख दी है। जिस तरह से खुलेआम वारदात हो रहे हैं उससे प्रतीत होता है कि बिहार में महाजंगल राज है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 07:40 AM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 06:39 AM (IST)
केरल के पूर्व राज्‍यपाल बोले, बिहार में महाजंगल राज, मधुबनी की घटना से खुली सरकार की पोल
पीड़‍ित परिवार से बात करते पूर्व राज्‍यपाल निखिल कुमार। जागरण

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। मधुबनी को मोहम्‍मदपुर की घटना पर विपक्षी ही नहीं सत्‍तापक्ष भी आगबबूला है। इस बीच केरल के पूर्व राज्यपाल (Ex Governor) व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार ने भी सरकार पर जमकर हमला किया है। उन्‍होंने कहा है कि बिहार में महाजंगल राज है। मधुबनी की घटना से सरकार के तमाम दावों की पोल खुल गई है। पुलिस की कार्यशैली पर भी पूर्व राज्‍यपाल ने सवाल खड़ा करते हुए दोषियों पर अविलंब कार्रवाई की मांग की है।

loksabha election banner

बेनीपट्टी में पीड़‍ित परिवार से मिले पूर्व राज्‍यपाल

प्रतिनिधि मंडल के  साथ सोमवार को बेनीपट्टी प्रखंड के मोहम्‍मदपुर गांव में जाकर पीड़‍ित स्वजनों से मिलकर लौटने के बाद उन्‍होंने ये बातें कहीं। पूर्व राज्यपाल ने कहा कि मोहम्‍मदपुर गांव में होली के दिन हुई पांच लोगों की हत्या की घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। भाजपा एवं जदयू के लोग कहते थे कि बिहार में पहले जंगल राज था और उनके राजपाट में सुशासन है। लेकिन मोहम्‍मदपुर में हुई जघन्य घटना ने साबित कर दिया कि एनडीए के शासन में बिहार में जंगल ही नहीं बल्कि महाजंगल राज है। होली के दिन हुई खूनी खेल व गोलीबारी की घटना में पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया जाना सत्ता पर कई सवाल खड़ा करता है।

सत्‍ता का संरक्षण प्राप्‍त लोगों ने दिया घटना को अंजाम

सुनियोजित तरीके से मधुबनी की घटना को सत्‍ता का संरक्षण प्राप्‍त लोगों ने अंजाम दिया। घटना के पहले झड़प हुई। सूचना पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस समय पर नहीं आई। महमदपुर की नरसंहार की घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। कहा कि इस घटना की न्यायिक जांच हो, मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल चलाया जाए। मृतकों के आश्रितों को बीस-बीस लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाए। इस तरह की घटना को भविष्य में रोकने के लिए सर्वदलीय कमेटी का गठन किया जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.