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श्राद्ध के भोज में विषाक्त भोजन खाने से चार दर्जन से अधिक लोग हुए बीमार

गया। मोहड़ा प्रखंड के मलबिगहा गाव में मंगलवार की रात बलिराम यादव के घर श्राद्ध के भोज में शामिल कई

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 May 2018 11:29 PM (IST)Updated: Wed, 09 May 2018 11:29 PM (IST)
श्राद्ध के भोज में विषाक्त भोजन खाने से चार दर्जन से अधिक लोग हुए बीमार
श्राद्ध के भोज में विषाक्त भोजन खाने से चार दर्जन से अधिक लोग हुए बीमार

गया। मोहड़ा प्रखंड के मलबिगहा गाव में मंगलवार की रात बलिराम यादव के घर श्राद्ध के भोज में शामिल कई लोग खाना खाने के बाद अचानक बीमार हो गए। करीब चार दर्जन से अधिक लोग विषाक्त भोजन के शिकार हुए हैं। शिकार लोगों में बलिराम यादव के परिवार के कई लोग हैं। वहीं दो छोटे छोटे बच्चे भी शिकार हुए। जिनका इलाज वजीरगंज में एक निजी क्लिनिक में कराया गया। जो अब खतरे से बाहर हैं। गांव में फूड प्वाइजनिंग की सूचना मिलने के तुरंत बाद बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गाव पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया। इस घटना में अप्रिय की सूचना नहीं है। बताया गया कि बलिराम यादव की पत्‍‌नी दयामंती देवी के निधन के बाद मंगलवार को श्राद्ध भोज में गांव के लोग शामिल होने पहुंचे थे। यहां से भोजन करने के बाद घर लौटे लोगों की सुबह होते ही तबीयत बिगड़ने लगी। शुरूआत में जब एक दो मामले सामने आए तो गाव में ग्रामीण चिकित्सक से इलाज कराने लगे। सुबह दस बजे कई घरों के लोगों के उल्टी दस्त की शिकायत आने लगी। प्रभावित लोगों के इलाज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कजूर के चिकित्सक डॉ. कुमारी पुष्पलता और एएनएम सुनिता कुमारी के नेतृत्व में मेडिकल टीम गांव पहुंची। फार्मासिस्ट सुनील कुमार और वेसिक हेल्थ वर्कर मुकेश प्रसाद आदि ने मिलकर मरीजों का इलाज शुरू करते हुए स्थिति को संभाला। बुधवार को दोपहर बाद तीन बजे तक मेडिकल टीम गाव में रही। प्रभावित मरीजों की स्थिति सामान्य होने पर मेडिकल टीम लौट गई। सुबह से ही गाव में अफरा तफरी का माहौल था। बताया गया कि विषाक्त भोजन के शिकार कई मरीज गांव में मेडिकल टीम के आने से पहले ही वजीरगंज के निजी अस्पतालों में इलाज कराने चले गए। जो गांव में रह गए थे। उनका इलाज गांव में ही मेडिकल टीम द्वारा किया गया। बताया गया कि चार दर्जन से अधिक लोग विषाक्त भोजन के कारण बीमार हुए हैं।

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आक्रांत मरीजों के नाम

बलिराम यादव का पौत्र मुकेश कुमार, उनकी बहन पूर्वा देवी, अनिल कुमार के अलावा आधा दर्जन रिश्तेदार भी आक्रांत हुए। इनके अलावा नंदलाल शर्मा की पुत्री खुशबू कुमारी, प्रीति कुमारी, रानी कुमारी, छोटू कुमार, विजय माझी की पुत्री काजल कुमारी , पुत्र सुमन कुमार, गोलू कुमार, रामवृक्ष माझी की पत्‍‌नी फूलमंती देवी, इनकी पुत्री रानी कुमारी , पुत्र धर्मेद्र कुमार, श्रवण माझी की पत्‍‌नी अनिता देवी, गोपी चौधरी की पत्‍‌नी आभा देवी, बाल्मिकी शर्मा की पत्‍‌नी प्रीति देवी, कारू यादव की पत्‍‌नी कौशल्या देवी, वजरंगी माझी की पत्‍‌नी रेशमी देवी के अलावा और भी लोग आक्रांत हुए थे। मेडिकल टीम ने बताया कि अब सारे लोगों की स्थिति सामान्य है।

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दो छोटे बच्चे की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी

सिया यादव का नाती अभिषेक कुमार (2) साल एवं अंकज कुमार का पुत्र दिलखुश कुमार (3) साल की हालत भी अधिक बिगड़ गई थी। जिसका इलाज वजीरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ। जो अब खतरे से बाहर हैं। उनकी हालात में काफी सुधार हो चुका है। मेडिकल टीम की माने तो छोटे छोटे बच्चे के फूड प्वाइजनिंग के शिकार होने की वजह श्राद्ध में बनी मिठाई हो सकती है। टीम का मानना है बच्चे सिर्फ मिठाई ही खाए होंगे।


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