Move to Jagran APP

सासाराम नप की मुख्‍य पार्षद समेत तीन पर प्राथमिकी से हड़कंप, इतने रुपये के गबन का है आरोप

सासाराम नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने मुख्य पार्षद तत्‍कालीन कार्यपालक अधिकारी और कनीय अभियंता पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। इनपर करीब 50 लाख रुपये गबन का आरोप लगाया गया है। जांच रिपोर्ट की अनुशंसा पर यह कार्रवाई की गई है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 01:14 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 01:14 PM (IST)
सासाराम नप की मुख्‍य पार्षद समेत तीन पर प्राथमिकी से हड़कंप, इतने रुपये के गबन का है आरोप
सासाराम नगर परिषद की मुख्‍य पार्षद समेत तीन पर प्राथमिकी। प्रतीकात्‍मक फोटो

जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास)। फर्जी तरीके से योजना की राशि करीब 48 लाख रुपये गबन करने के आरोप में नगर परिषद की मुख्‍य पार्षद कंचन देवी, पूर्व कार्यपालक अधिकारी (Executive Officer) कुमारी हिमानी और कनीय अभियंता (Junior Engineer) अरुण कुमार सिंह पर प्राथमिकी दर्ज कराए जाने से हड़कंप मच गया है। डीएम धर्मेंद्र सिंह के आदेश के बाद इस मामले में सोमवार को ईओ अभिषेक आनंद ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस कार्रवाई के बाद कुछ और लोगों की गर्दन फंसना तय माना जा रहा है। ऐसे लोग बेचैन हो गए हैं।

loksabha election banner

पुरानी सात योजनाओं को नया बता कराया था भुगतान

मामला यह है कि वार्ड संख्या 11 में 14 वीं वित्त आयोग की राशि से पांच व नगर निधि से दो योजनाएं पूरी कराई गई थीं। इन योजनाओं में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तत्‍कालीन डीएम पंकज दीक्षित ने इसे गंभीरता से लिया। एडीएम लालबाबू सिंह की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन किया गया। जांच टीम ने मामले की जांच के बाद डीएम को सौंपी गई रिपोर्ट में योजनाओं में गबन की तस्‍दीक कर दी। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वर्णित योजनाओं का कार्य पूर्व में कई वर्ष पूर्व अन्य मद से कराया जा चुका था। मापी पुस्तिका में इस कार्य को नगर परिषद की पूर्व ईओ व कनीय अभियंता की मिलीभगत से वर्तमान योजनाएं बताकर उसका भुगतान करा लिया गया।  जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि यह मामला सीधे तौर पर गबन का  है।

जांच टीम की अनुशंसा पर डीएम ने दिया निर्देश

जांच टीम ने सभी संबंधित दोषी व्यक्तियों के खिलाफ नियामनुकूल कार्रवाई करने की अनुशंसा भी की थी।जांच रिपोर्ट आने के बाद डीएम धर्मेंद्र कुमार ने इस मामले में सासाराम नगर परिषद के ईओ को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उसी मामले में यह प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। नगर थानाध्यक्ष कामख्या नारायण सिंह ने प्राथमिकी दर्ज किए जाने की पुष्टि भी की है। बताते चले कि इसके पूर्व में बुडको के सहायक अभियंता ने फर्जी हस्ताक्षर बनाकर योजनाओं की राशि गबन करने के मामले में पूर्व ईओ कुमारी हिमानी व मुख्य पार्षद कंचन देवी पर मामला दर्ज कराया था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.