तीन तलाक कानून पारित हो, पर संशोधन के साथ : मांझी
गया। हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने गुरुवार को कहा कि तीन तला
गया। हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने गुरुवार को कहा कि तीन तलाक पर कानून जरूरी है, पर विधेयक में व्याप्त त्रुटियों में संशोधन के बाद ही इसे पारित किया जाए।
उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि 2019 के चुनाव में महागठबंधन में प्रधानमंत्री पद कोई मुद्दा नहीं है। महागठबंधन में प्रधानमंत्री बनने योग्य कई शीर्ष नेता हैं। अगले साल के चुनाव में मोदी सरकार का सफाया हो जाएगा। रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के महागठबंधन में आने से और मजबूती मिली है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन अपनी शक्ति दिखा चुका है। उन्होंने कहा कि अनंत सिंह से उनकी व्यक्तिगत कोई शिकायत नहीं है। वे महागठबंधन में आते हैं तो कोई परहेज नहीं है। उन्होंने उन पर पूर्व में जो भी अमर्यादित टिप्पणी की थी, वह नीतीश कुमार के इशारे पर थी। उस टिप्पणी पर मुकदमा एससी-एसटी एक्ट के अनुसार नीतीश कुमार पर होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हम पार्टी महागठबंधन धर्म को निभाएगी। जब परिवार बढ़ता है, तो हर सदस्य को क्षमता के अनुसार उसका हिस्सा मिलना चाहिए। 14 जनवरी तक सीटों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। तीन तलाक पर कहा कि इस विधेयक में कई त्रुटियां हैं। इसमें संशोधन कर पास करना चाहिए। 21 सदी में तीन तलाक को हटाना चाहिए। पार्टी इसका स्वागत करेगी। उन्होंने माना कि मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक जैसी व्यवस्था से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि पूजा के नाम पर यहां कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए। मांझी ने कहा कि मोदी सरकार ने साढे़ चार वर्षो में ऐसा कोई कार्य नहीं किया, जिस पर वोट मांग सके। बिहार में भी विधि व्यवस्था चौपट हो चुकी है। अपराधी बेलगाम हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि डुमरिया, शेरघाटी व डोभी पीएचसी में चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई है। प्रतिनियुक्ति पैसे पर की जा रही है। उन्होंने गया के सिविल सर्जन को भी आड़े हाथ लिया। इस मौके पर डॉ. मुकेश कुमार यादव, राजेश पांडेय, जिलाध्यक्ष टूटू खां, सीताराम यादव आदि मौजूद थे।