दो एजेंसियों की जिम्मेदारी के बाद भी कुदरा में नेशनल हाईवे के सर्विस लेन के नाले की स्थिति नारकीय
चंद रोज बाद छठ महाव्रत के दौरान भी व्रतियों को गंदे नाले की वजह से मुसीबत झेलने की आशंका है तब भी दोनों एजेंसियां मौन साधे हुए हैं। उनकी निष्क्रियता के चलते मजबूर होकर स्थानीय लोगों को समस्या का खुद कामचलाऊ समाधान निकालना पड़ रहा है।
संवाद सूत्र, कुदरा: कुदरा में नेशनल हाईवे के सर्विस लेन के नाले की स्थिति नारकीय है। पूर्व में इस नाले के रखरखाव व सफाई की जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा देखी जाती थी, लेकिन अब कुदरा के नगर पंचायत बनने के बाद इस कार्य में नगर पंचायत प्रशासन भी हाथ बंटाने लगा है। इसके बावजूद नाले की स्थिति में कोई सुधार नहीं देखा जा रहा है। न नाले की मरम्मत की जा रही है, न ही उसकी ठीक से सफाई हो रही है।
छठ महाव्रत के दौरान भी व्रतियों को गंदे नाले की वजह से मुसीबत झेलने की आशंका
नाले में गंदा पानी व कीचड़ लबालब भरा रहने के चलते हर रोज राहगीरों को इसके पास से होकर गुजरने में परेशानी होती है। चंद रोज बाद छठ महाव्रत के दौरान भी व्रतियों को गंदे नाले की वजह से मुसीबत झेलने की आशंका है, तब भी दोनों एजेंसियां मौन साधे हुए हैं। उनकी निष्क्रियता के चलते मजबूर होकर स्थानीय लोगों को समस्या का खुद कामचलाऊ समाधान निकालना पड़ रहा है। इसी क्रम में स्थानीय साईं मंदिर ट्रस्ट के द्वारा कुदरा सरकारी अस्पताल से पूरब बाजार की ओर जाने वाले रास्ते के पास नाले में ह्यूम पाइप लगवाया गया।
सरकारी एजेंसियों की निष्क्रियता से परेशानी
ट्रस्ट के अध्यक्ष रविंद्र रोशन ने बताया कि नाले से होकर ही व्रतियों को छठ घाट पर जाना होता है, इसलिए उनको परेशानी से बचाने के के लिए संस्था के सचिव निर्मल जायसवाल की पहल पर नाले में ह्यूम पाइप लगाया गया। उन्होंने कहा कि संस्था के द्वारा आसपास के इलाके में सफाई भी कराई जाएगी। सरकारी एजेंसियों की निष्क्रियता को देखकर इसी प्रकार कई अन्य लोग भी छठ व्रतियों की सुविधा के लिए सड़कों व गलियों की सफाई तथा रोशनी के इंतजाम के लिए आगे आ रहे हैं।