Move to Jagran APP

यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के आठ ताले काटे, लेकिन कैश तक नहीं पहुंच पाये चोर

प्रखंड के ढीबर में सोमवार की रात यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के आठ ताले गैस कटर से काट दिये लेकिन चोर स्ट्रांग रूम को भेद पाने में असफल रहे। इससे बैंक का कैश लुटने से बच गया। घटना की जानकारी मंगलवार की सुबह ग्रामीणों को हुई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 06:14 AM (IST)
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के आठ ताले काटे, लेकिन कैश तक नहीं पहुंच पाये चोर
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के आठ ताले काटे, लेकिन कैश तक नहीं पहुंच पाये चोर

गया । प्रखंड के ढीबर में सोमवार की रात यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के आठ ताले गैस कटर से काट दिये, लेकिन चोर स्ट्रांग रूम को भेद पाने में असफल रहे। इससे बैंक का कैश लुटने से बच गया। घटना की जानकारी मंगलवार की सुबह ग्रामीणों को हुई। ग्रामीणों ने बैंक प्रबंधक, फतेहपुर थाना एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सुबह साढे सात बजे सूचित किया। सूचना पर प्रशासन व बैंक अधिकारी पहुंचे। उनलोगों ने बैंक में घटना का जायजा लिया। कैश बचने की सत्यता पाकर प्रशासन एवं बैंक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

loksabha election banner

बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक कन्हैया लाल ने बताया कि बैंक का काम काज निबटाकर सोमवार को सभी बैंक कर्मी घर चले गए। सुबह ग्रामीणों से बैंक के ताले टूटे होने की सूचना मिली। बैंक आकर देखा तो मुख्य दरवाजा का चैन गेट व शटर में लगे चार ताले को गैस कटर से काट दिये गये थे। चोरों ने बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे का लेंस उपर कर दिया था। वहीं सीसीटीवी कैमरे का हार्ड डिस्क ले गये। इसके बाद चोरों ने स्ट्रांग रूम में लगा चैन गेट एवं शटर में लगे चार ताले को गैस कटर से काटा दिया, लेकिन कैश रूम का दरवाजा नहीं खोल पाये। शायद चोर का गैस खत्म हो गया होगा या फिर सुबह हो गई होगी। बैंक में लगा सभी सिस्टम सभी पाया गया है। वजीरगंज डीएसपी धुरन मंडल, फतेहपुर थानाध्यक्ष अब्बूजर हुसैन, उमेश पासवान बैंक पहुंचे। उन्होंने घटना का जायजा लिया। बैंक प्रबंधक एवं कर्मचारियों से पूछताछ की। इसी क्रम में डीएसपी ने बैंक प्रबंधक को सुरक्षा व्यवस्था में सजगता बरतने का निर्देश दिया। प्रबंधक ने घटना के बाबत लिखित आवेदन थाने को दिया।

बैंक लूटने का तीसरा प्रयास

यूनाइटेड बैंक में लगाता तीन बार चोरों ने हाथ साफ करना चाहा, लेकिन सभी बार नाकाम रहे। बैंक प्रबंधक ने बताया कि बैंक में चोरी करने का प्रथम प्रयास 1987 में किया गया था। उस समय बैंक पंचायत भवन में चल रहा था। उस वक्त चोर बैंक की तिजोरी को खोलने का अथक प्रयास किया था, लेकिन तिजोरी को नहीं खोल पाये। तब तिजोरी को वंशी नदी के किनारे छोड़ दिया था। बैंक 1987 के अंतिम माह में ढीबर गाव में शिफ्ट किया गया। वहां दूसरी बार नौ मई 2017 को चोरी का प्रयास किया गया। उस समय चोर वेंटीलेटर को काटकर बैंक में घुसे थे। बैंक में स्ट्रांग रूम का ताला तोड़कर कैश चोरी करने का प्रयास किया था, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। तीसरे बार यानि इस बार चोरों ने गैस कटर का प्रयोग किया। फिर भी स्ट्रांग रूम तक पहुंचने में असफल रहे। इस तरह की लगातार घटना होने के बाद भी बैंक अधिकारी एवं स्थानीय प्रशासन सजग नहीं हो पाये हैं। चोर की तलाश में जुटा प्रशासन

वजीरगंज डीएसपी धुरन मंडल ने बताया कि बैंक चोरी की जानकारी पाकर ढीबर पहुंचकर जायजा लिया गया है। चोर को पकड़ने में प्रशासन जुट गया है। बहुत जल्द चोर का पता लगा लिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.