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कैमूर में रुक-रुक कर हो रही बारिश से रामपुर प्रखंड में बाढ़ का प्रभाव

भभुआ। प्रखंड क्षेत्र में दो दिन से हो रही बारिश से नदी व नहरे उफान पर हैं। जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बाढ़ के पानी से किसानों को भारी क्षति हुई है। प्रखंड के बेलांव खरेंदा हुडरी पुनाव सहित दर्जनों गांव में पानी प्रवेश कर चुका है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 04:54 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 04:54 PM (IST)
कैमूर में रुक-रुक कर हो रही बारिश से रामपुर प्रखंड में बाढ़ का प्रभाव

भभुआ। प्रखंड क्षेत्र में दो दिन से हो रही बारिश से नदी व नहरे उफान पर हैं। जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बाढ़ के पानी से किसानों को भारी क्षति हुई है। प्रखंड के बेलांव, खरेंदा, हुडरी, पुनाव सहित दर्जनों गांव में पानी प्रवेश कर चुका है। खासकर खेत तो पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। अचानक नदी, नहर सहित पहाड़ का पानी भी गांव में घुसना शुरू हो गया है। जिससे खेत में लगी धान की फसल प्रभावित होने की आशंका है। किसानों ने बताया कि यदि बाढ़ का पानी तीन से चार दिन के अंदर खेतों से नहीं निकला तो धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी। किसान फिर से कर्ज में डूब जाएंगे। रामबली राम, घुरफेकन राम आदि दर्जनों किसानों ने कहा कि अगर चार से पांच दिनों के अंदर खेतों से पानी बाहर नहीं निकला तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी। वहीं प्रखंड मुख्यालय में स्थित थाना परिसर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्रखंड मुख्यालय तथा निजी व सरकारी विद्यालयों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के पानी से प्रखंड मुख्यालय व बेलांव थाना, पीएचसी से संपर्क बाधित है। डेढ़ किलोमीटर दूर तक रामपुर ब्लॉक से बेलांव बाजार तक करीब दो से तीन फीट रोड पर पानी का बहाव जारी है। जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय को जाने वाली सड़क पर दो से तीन फीट पानी चलने से संपर्क टूट चुका है। बेलांव थाना सहित पीएचसी में लगता है कि झील का नजारा बना हुआ है। जिससे आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। दो दिनों से रुक रुक कर हो रही लगातार बारिश से दर्जनों घर गिर गए हैं। प्रखंड में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। बारिश से कई गांव में कच्चे घर ध्वस्त हो गए हैं। प्रखंड के नौ पंचायत के विभिन्न गांवों में कच्चे मकान ढह गए हैं। वहीं कई निर्माणाधीन मकानों को भी व्यापक क्षति पहुंची है। प्रखंड के बेलांव, अकोढ़ी, पसाई, नौहट्टा, कुकुढा, मडैचा, बहेरी सहित दर्जनों गांव में शनिवार की रात में दो दर्जन से अधिक लोगों के घर गिर गए। जिससे दर्जनों लोग बेघर हो गए। प्रखंड के दर्जनों परिवार को अपना घर नहीं होने कारण पड़ोस के घर में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। कितने लोगों की तो जान किसी तरह बच गई, लेकिन खाने पीने सहित अन्य जरूरी कागजात घर में घुसे पानी में बर्बाद हो गए। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वही प्रखंड क्षेत्र विभिन्न सड़कों पर छोटे बड़े सैकड़ों पेड़ गिर गए। जिससे आवागमन बाधित हो गया। लोगों द्वारा बाजार या किसी गांव जाने के लिए पांच किलोमीटर दूर घुमा कर जाने को विवश हैं। हालांकि गिरे हुए पेड़ को ग्रामीणों द्वारा काटकर हटाया जा रहा है। वहीं दो दिनों से प्रखंड क्षेत्र में बिजली गुल हो जाने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार की देर रात से ही 11 हजार की सप्लाई में बार- बार ट्रिप कर रहा था। जिससे उपभोक्ताओं को बिजली नही मिल पा रही थी। वहीं 12 बजे दिन से 33 हजार ट्रिप कर रहा था। खजुरा पावर हाउस में मुंडेश्वरी से ग्रिड से बिजली मिलती है। बता दें कि खजुरा पावर हाउस से तीन कामर्शियल व दो एग्रीकल्चर फीडर की सप्लाई होती है। जिससे बड़कागांव, 184 आरडी, बेलाव फीडर से ग्रामीणों बिजली की सप्लाई होती है। वहीं सबार फीडर में दर्जनों गांव शामिल है जो करमचट पावर हाउस से सप्लाई होती है। खजुरा पावर हाउस के एसबीओ श्वेता कुमारी ने बताया कि तेज आंधी बारिश होने की वजह से शनिवार की सुबह से ही बिजली सप्लाई ठप है। जो रविवार की शाम तक हर जगह सप्लाई कर दी जाएगी।

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