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Durga Puja 2021: केदारनाथ मंदिर की तरह रोहतास बनेगा पूजा पंडाल, बंगाल से आएंगे कारिगर

Durga Puja 2021 रौजा रोड स्थित कंपनी सराय के पूजा पंडाल में इस बार प्रसिद्ध केदारनाथ के मंदिर का नजारा देखने को मिलेगा। मां भगवती पूजन कला संघ की ओर से रौजा रोड पर पूजा पंडाल की स्थापना की जाती है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 06:50 AM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 06:50 AM (IST)
केदारनाथ मंदिर की तरह रोहतास में बनेगा पूजा पंडाल। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

जागरण संवाददाता, सासाराम। स्थानीय रौजा रोड स्थित कंपनी सराय के पूजा पंडाल में इस बार प्रसिद्ध केदारनाथ के मंदिर का नजारा देखने को मिलेगा। मां भगवती पूजन कला संघ की ओर से रौजा रोड पर पूजा पंडाल की स्थापना की जाती है। हर बार पंडाल और मूर्तियों का आकर्षण अन्य पंडालों से बिल्कुल अलग रहता है। हालांकि पूजा पर कोरोना महामारी का असर भी दिख रहा है। हर बार लगभग 70-80 फीट ऊंचा पंडाल बनाया जाता था। इस वर्ष श्रद्धालु 50 फीट ऊंचे पंडाल में मां दुर्गा का दर्शन करेंगे। समिति की ओर से 20 सालों से भव्य पंडाल बनाया जाता रहा है। 10 दिन भजन कीर्तन के साथ माता की महाआरती होती है। बंगाली कारीगरों की सात सदस्यीय टीम पंडाल को मूर्त रूप देने में लगी हुई है।

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इस वर्ष का आकर्षण

इस पंडाल में केदारनाथ मंदिर की मनमोहक छटा दिखेगी, जिसे लाइटिंग से और आकर्षक बनाया जाएगा। इसके अलावा वेब लाइट का आनंद भी लोग ले सकेंगे। रंग-बिरंगी लाइटिंग के कारण पूरा इलाका 10 दिन तक चकाचक रहेगा। जीटी रोड से सटे रौजा गेट से लेकर पंडाल तक रौजा रोड आकर्षक रोशनी में नहाया रहता है।

ये होगी विशेषता

मुख्य मूर्ति माता के रौद्र रूप की होगी, जो महिषासुर का वध करती नजर आएंगी। मां का पट महासप्तमी के दिन खुलेगा। मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह के अनुसार नवरात्रि  शुरू होते ही पंडाल में मंत्रोच्चार के साथ विधिवत कलश स्थापन किया जाएगा। कहा कि कमेटी के सदस्य पूजा की तैयारी में लगे हुए हैं।

कहते हैं कमेटी के पदाधिकारी

महामंत्री कमलाकांत पांडेय ने कहा कि पंडाल की सजावट के लिए विशेष रूप से कपड़े मंगाए गए हैं। पंडाल में केदारनाथ मंदिर की छटा लोगों को लुभाएगी, जिसमें माता दुर्गा के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति स्थापित की जा रही है। इस वर्ष प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार मां दुर्गा की प्रतिमा आठ फीट से ऊंची नहीं बनानी है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही पूजा की पूरी प्रक्रिया संपन्न होगी।  

मंत्री विद्यासागर श्रीवास्‍तव ने कहा कि माता के प्रसाद के लिए पूरे शहर से लोग इस पंडाल में आते हैं। हलवा, खीर और खिचड़ी से माता का भोग लगता है। ऐसा माना जाता है कि इस भोग से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

कोषाध्‍यक्ष रविरंजन सिंह उर्फ मुखिया ने कहा कि वर्ष 2001 से संघ की ओर से आकर्षक पंडालों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें पागल बाबा मंदिर वृंदावन, विक्टोरिया पैलेस कोलकाता, हवामहल जयपुर सहित अन्य पंडाल बहुत लोकप्रिय हुए थे। 2017 में श्रीलंका व 2019 में थाइलैंड का बौद्ध मंदिर की तर्ज पर पंडाल बनाया गया था। नगर पूजा कमेटी द्वारा यहां के पंडाल के लिए कई बार प्रथम पुरस्कार दिया जा चुका है।


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