व्रतियों ने की सुख, समृद्धि व शांति की कामना
लोक आस्था एवं विश्वास का महान पर्व शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ।
गया। लोक आस्था एवं विश्वास का महान पर्व शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ संपन्न हो गया। प्रखंड व अनुमंडल के छठ घाटों पर छठव्रतियों ने अर्घ्य अर्पण किया गया। इस अवसर पर टिकारी के पंचदेवता घाट, सिमुआरा तालाब, मउ सूर्य मंदिर, रेवई सूर्य मंदिर आदि के अलावा डुमरशन, चकमठ, पंचानपुर, खनेटू, पड़रिया, गहरपुर, नोनी, मल्हेया, फेनागी आदि पर श्रद्धालुओं की भीड़ थी। पंचदेवता घाट पर प्रशासनिक व पुलिस बल तैनात थे।
इस अवसर पर आयोजित मेले व अन्य व्यवस्था को सफल बनाने में एसडीओ मनोज कुमार, बीडीओ उदय कुमार आदि पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
संवाद सूत्र बेलागंज के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर छठ व्रतियों ने सुख, समृद्धि व शांति की कामना की। प्राचीन सोनपुर सूर्य मंदिर घाट, जमुने नदी, प्रसिद्ध देव घाट सहित अन्य घाटों पर अर्घ्य अर्पित किया गया। सुविधा व सुरक्षा को लेकर बेलागंज थानाध्यक्ष अविनाश कुमार, मेन थानाध्यक्ष प्रभात कुमार शरण, चाकंद थानाध्यक्ष सुनील कुमार, पाई बिगहा ओपी प्रभारी रामजी प्रसाद घाटों पर पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
संवाद सूत्र टनकुप्पा के अनुसार, शुक्रवार को विभिन्न घाटो पर उगते सूर्य को छठ व्रतियों ने अर्घ्य देकर पारन करने के बाद उपवास तोड़ा। टनकुप्पा, मखदुमपुर, चोवार, जगरनाथपुर, करियादपुर, ढीबर, बड़ैला, आरोपुर, बरसौना सहित अन्य घाटों पर पानी की व्यवस्था समाजसेवियों द्वारा की गई थी।
संवाद सूत्र इमामगंज के अनुसार, छठ व्रतियों ने मोरहर, सोरहर व लवजी नदी के संगम के रानीगंज और पकरी में कृत्रिम कुंड में शुक्रवार को उगते सूर्य का अर्घ्य दिया गया। बेटा बेटी व व्यपार को कुशल रहने की बरदान मागी। छठी मईया के गीत से पूरा प्रखंड गूंज रहा था। व्रतियों ने प्रसाद पाकर उपवास तोड़ा।
संवाद सूत्र, वजीरगंज के अनुसार, लोक आस्था का पर्व चैती छठ शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान प्रखंड मुख्यालय परिसर में स्थित तालाब, जमुआवा, अढ़वा, पुरा, दखिनगाव, धरमपुर, विशुनपुर, पतेड़ मंगरावा सहित अन्य गावों में श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दिया। आवासीय नवोदित विद्यालय में अस्थायी छठ घाट का निर्माण कराया गया था। यहां श्रद्धालुओं ने अर्घ्य दिया। विद्यालय निदेशक रामाश्रय सिंह ने बताया कि स्थानीय तालाब घाटों में पानी नहीं है और जहा है, उसका हाल बहुत हीं खराब है। इसलिए विद्यालय परिवार द्वारा परिसर में ही अस्थायी घाट का निर्माण करवाया गया है।