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Webinar: तनाव नहीं लें, यह समय शिक्षा और करियर के क्षेत्र में अपनी योग्‍यता और क्षमता बढ़ाने का

कोविड-19 के दौरान तनाव प्रबंधन एवं अवसर विषय पर अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें वक्‍ताओं ने कहा कि शिक्षा एवं कैरियर के क्षेत्र में अपनी योग्यता और क्षमता को बढ़ाते हुए भविष्य के लिए खुद को तैयार करने का यह बेहतर अवसर

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 07:38 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 07:38 PM (IST)
Webinar: तनाव नहीं लें, यह समय शिक्षा और करियर के क्षेत्र में अपनी योग्‍यता और क्षमता बढ़ाने का
अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज में इंटरनेशनल वेबिनार में शामिल प्रतिभागी। जागरण

गया, जागरण संवाददाता।  इस वैश्विक महामारी (Global Pandemic) के कारण हमारी दिनचर्या प्रभावित हुई है। हम सभी तनाव महसूस कर रहे हैं। लेकिन नकारात्‍मकता को खुद पर हावी नहीं होने देना है। यह अवसर है, सामाजिक सरोकार एवं सामाजिक दायित्वों की पूर्ति करते हुए विभिन्न माध्यमों से स्वयं को बेहतर बनाने का।  शिक्षा एवं कैरियर के क्षेत्र में अपनी योग्यता और क्षमता को बढ़ाते हुए भविष्य के लिए खुद को तैयार करने का यह बेहतर अवसर है। ये बातें अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. एम. शमसुल इस्लाम ने कही। उन्‍होंने शिक्षकों के साथ छात्रों व युवाओं से कहा कि समयानुकूल रचनात्मक तथा शैक्षणिक कार्यों में सकारात्मक प्रयास करने और कार्यशील रहकर तनाव को नियंत्रित करें। वे कॉलेज में शनिवार को  'कोविड-19 महामारी के दौरान तनाव प्रबंधन एवं अवसर' (Stress Management and Opportunities during the covid 19 epidemic) विषयक एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में बोल रहे थे। व्यवसाय अध्ययन विभाग एवं आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में एनएसएस के समन्वय के साथ इसका आयोजन किया गया। 

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तनाव भी जरूरी लेकिन नियंत्रण जरूरी  

मुख्य वक्ता के रूप में पोलैंड से जुडे ईडी एजुकेशन के फाउंडर गौतम कुमार ने कहा की सामान्यतया हम यह समझते हैं कि तनाव जीवन के लिए सही नहीं है। जबकि मनुष्य के क्रियाशील होने के लिए तनाव आवश्यक है। लेकिन नियंत्रित और आवश्यक मात्रा में। वर्तमान में कोविड-19 महामारी के दौरान हमारी दिनचर्या में जो परिवर्तन आया है और भविष्य की अनिश्चिताओं के कारण हम अनियंत्रित मात्रा में तनाव झेल रहे हैं  उसका निदान हम विभिन्न प्रकार के सकारात्मक कार्यों में सहभागी बन कर सकते हैं। उन्होंने तनाव प्रबंधन के विभिन्न आयामों की विस्तृत रूप से चर्चा की।  उपायों को भी सभी के साथ साझा किया। दैनिक जीवन से जुड़े तनाव, आर्थिक विषयों से जुड़े तनाव और कैरियर से संबंधित विभिन्न प्रश्नों के माध्यम से लोगों ने उनसे जानकारियां ली। उन्होंने विभिन्न ऑनलाइन माध्यम से चल रहे कार्यक्रमों से जुड़ कर भी अपनी योग्यता और क्षमता को बढ़ाते हुए भविष्य के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में विद्यार्थियों को निर्देशित किया। 

मीडिया के कारण भी बढ़ रहा तनाव 

प्रबंध विभाग के प्राध्यापक नवनीत प्रिय ने कार्यक्रम संचालन  किया। महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमृतेंदु घोषाल ने कहा कि वर्तमान में विद्यार्थी व युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। परिवार, पास पड़ोस आदि में अस्वाभाविक समस्याओं के कारण लोग तनाव में हैं। इसमें मीडिया एवं सोशल मीडिया भी सहायक हो रहा है, लेकिन इस नकारात्मक परिस्थिति में हम अपने द्वारा तय किए गए लक्ष्यों की पूर्ति के लिए प्रयास करें। डॉ. घोषाल ने ऑनलाइन माध्यमों से युवाओं एवं विद्यार्थियों के लिए जो अवसर उपलब्ध है। उसके बारे में भी विस्तृत रूप से बताया। 

व्‍यवसाय प्रबंधन विभाग की ओर से आयोजन

दर्शनशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. श्वेता सिंह, रसायन विभाग की प्राध्यापिका डॉ. निधि त्रिपाठी, नोडल पदाधिकारी डॉ. राजेश रंजन पांडेय, डॉ. नीरज कुमार कमल, डॉ.अनंत कुमार सिन्हा, सुजीत कुमार, शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.एमएम शुक्ला, प्राध्यापक डॉ. अनिल कुमार सिंह, आरती कुमारी, डॉ. मिनहाजउल हसन, उमर फारूक, डॉ. सादात करीम, सैफ अख्तर आदि आदि भी  शामिल हुए। तकनीकी सहयोग मुकेश कुमार ने दिया। खुशी तिवारी, प्रिया सिंह, विपिन कुमार, कुमार मंगलम ने भी अनुभव साझा किए। 


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