गया में 107 जगहों पर एक साथ हुई वाहनों की जांच, पांच लाख रुपये वसूला गया जुर्माना, मचा रहा हड़कंप
गया जिले में मंगलवार को सघन वाहन जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान एसपी समेत अन्य अधिकारी भी सड़क पर निकले। जांच के क्रम में कई बाइक जब्त की गई। हथियार भी बरामद किए गए। वाहन चालकों से पांच लाख जुर्माना वसूला गया।
जागरण संवाददाता, गया। पुलिस महानिदेशक (DGP) के आदेश का असर पूरे गया जिले में देखने को मिला। जिले के 24 प्रखंडों में एक साथ 107 स्थानों पर सोमवार को वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस को खूब सफलता मिली। हथियार भी मिला। मोटरसाइकिल जब्त किए गए। जुर्माने के तौर पर पौने पांच लाख रुपये की वसूली की गई। वाहनों की जांच के लिए खुद एसएसपी आदित्य कुमार, सिटी एसपी राकेश कुमार व डीएसपी स्तर से लेकर सभी थानाध्यक्ष व पुलिस पदाधिकारी सड़कों पर निकले।
फरार चल रहे तीन अपराधी पकड़े गए, हथियार बरामद
एक साथ पूरे जिले में वाहन जांच अभियान शुरु किया गया। चौक-चौराहों, मुख्य सड़कों पर सुबह से पुलिस टीम जांच में जुट गई। यह देखकर हड़कंप मच गया। कई लोगों ने तो घर से गाड़ियां निकाली ही नहीं। कुछ इधर-उधर से निकलने का प्रयास करते रहे। लेकिन जिधर भी गए उधर पुलिसवाले मुस्तैद थे। यह सिलसिला दिनभर चलता रहा।एसएसपी ने बताया कि जिले में 107 स्थानों पर वाहनों की जांच की गई। इन स्थानों पर 4971 वाहनों की जांच की गई। चेकिंग के दौरान बुनियादगंज व चंदौती थाना क्षेत्र में तीन अभियुक्त पकड़े गए, जो लगातार फरार चल रहे थे। इनके पास से दो पिस्टल व पांच कारतूस भी बरामद किए गए। एसएसपी ने बताया कि तायात नियमों का उल्लंघन करने के मामले में वाहन मालिकों से चार लाख 75 हजार 500 रुपये जुर्माना वसूल किया गया है।
जरूरी कागजात लेकर ही निकलें घर से
उन्होंने बताया कि इस तरह का अभियान आगे भी जारी रहेगा। इसलिए मोटरसाइकिल चलाने वाले लोगों को निर्देश दिया गया कि यातायात नियमों का पालन करें। वाहन चलाते वक्त हेलमेट का प्रयोग करें। वाहन से जुड़े सभी दस्तावेज जैसे रजिस्ट्रेशन, प्रदूषण, फिटनेस के साथ अपनी ड्राइविंग लाइसेंस और इंश्याेरेंस जैसे कागजात भी साथ में रखे। वाहन चेकिंग दौरान मांगे गए दस्तावेज की जांच अवश्य कराएं। अगर दस्तावेज नहीं दिखाते हैं, तो गाड़ी जब्त कर ली जाएगी। साथ ही चालक पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जो लोग बड़े वाहन चला रहे हैं, वे सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करें। साथ ही जरूरत पडने पर कार की डिक्की की पुलिस पदाधिकारी से जांच कराएं। जांच में सभी वाहन मालिक या फिर चालक सहयोग करें। कभी भी ब्लैक शीशा कार में ना लगाएं।