सीयूएसबी ने डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए की पहल, गया में इन छात्रों ने मारी बाजी
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2021 के मौके पर पर दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में वाणिज्य और व्यवसाय अध्ययन विभाग सहित विभिन्न विभागों के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया
टिकारी(गया),संवाद सहयोगी। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2021 के अवसर पर दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में 'परम 1.0' नामक विषय पर एक कंप्यूटर साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के तहत वाणिज्य और व्यवसाय अध्ययन विभाग द्वारा किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के बीच जागरूकता पैदा करना और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम के तहत कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिनमें प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता आदि शामिल थीं। प्रश्नोत्तरी और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का विषय "विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस" था। जबकि भाषण प्रतियोगिता का विषय "कंप्यूटर साक्षरता: आधुनिक भारत का एक आग्रह" था । इन आयोजनों में वाणिज्य और व्यवसाय अध्ययन विभाग सहित विभिन्न विभागों के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
इन छात्रों ने मारी बाजी
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में राजनीति विज्ञान विभाग के शिवम कुमार व अनुराग कृति नारायण ने प्रथम और सांख्यिकी विभाग के पार्थ मणि व अनिकेत कुमार ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में वाणिज्य एवं व्यवसाय अध्ययन विभाग की रौशनी कुमारी ने प्रथम, जनसंचार एवं मीडिया विभाग की गरिमा ने द्वितीय एवं अंग्रेजी विभाग के प्रिंस कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में हिंदी विभाग के सिद्धार्थ कुमार ने पहला, फार्मेसी विभाग के अनीत कुमार ने दूसरा और जनसंचार एवं मीडिया विभाग के संतू कुमार ने तीसरा स्थान हासिल किया।
सभी कार्यक्रमों के सफल समापन के बाद वाणिज्य एवं व्यवसाय अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ब्रजेश कुमार, मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. धर्मेंद्र कुमार सिंह, डॉ० सुब्रमण्यन षणमुगम, डा. सुनील कुमार और डा. रामचंद्र रजक सहित अन्य अतिथियों और न्यायाधीशों को छात्रों ने सम्मानित किया । इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक, डा. रचना विश्वकर्मा और डा. प्रदीप राम के साथ संकाय सदस्य सुश्री रेणु और डा, पवास कुमार भी उपस्थित थे । अंत में डा. सुब्रमण्यम सनमुगन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया, जिसमें सभी गणमान्य व्यक्तियों, न्यायाधीशों, कार्यक्रम समन्वयकों, प्रतिभागियों, स्वयंसेवकों और दर्शकों को इस आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया गया ।