चार बजते-बजते हुजूम हो गया बेकाबू
कड़ी धूप के बावजूद लोगों का उत्साह देखते बन रहा था। गया के अलावा जहानाबाद अरवल नवादा व औरंगाबाद से भी लोग मोदी की सभा में आते चले जा रहे थे।
[मनीष कुमार] गया
कड़ी धूप के बावजूद लोगों का उत्साह देखते बन रहा था। गया के अलावा जहानाबाद, अरवल, नवादा व औरंगाबाद से भी लोग मोदी की सभा में आते चले जा रहे थे।
गांधी मैदान में प्रवेश कराने व उसके बाद अंदर भीड़ नियंत्रित करने में प्रशासन व कार्यकर्ताओं के भले ही पसीने छूट गए, लेकिन सभा में पहुंचे लोगों के चेहरे पर शिकन तक नहीं दिख रही थी।
चुनावी सभा को लेकर गांधी मैदान में छह गेट से लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई थी। सभी गेट पर लंबी कतार थी। तीसरे पहर तक तो लोग पंक्तिबद्ध होकर जाते रहे। उनकी तलाशी भी ली गई। लेकिन चार बजते-बजते हुजूम उमड़ पड़ा। गेट पर धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई तो जवान भी उसे नियंत्रित करने में लाचार हो गए। इसी दौरान गेट पर लगा मेटल डिटेक्टर भी क्षतिग्रस्त हो गया, जिसे जवानों ने तुरंत वहां से हटा दिया। शाम छह बजे मोदी सभा स्थल पहुंचे। तब तक सभी गेट पर यही स्थिति बनी रही।
गांधी मैदान के आसपास के दुकानदारों की चांदी रही। पपीते, सत्तू, भूंजा, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स, जूस आदि की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी गई। नगर निगम की ओर से पीने के पानी की व्यवस्था की गई थी, पर वह कम पड़ गई।
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और फेंकनी पड़ी चुनौटी
चुनावी सभा में गांधी मैदान पहुंचे लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि अंदर खैनी चुनौटी नहीं ले जाने दिया जाएगा। वे जब गेट पर पहुंचे तो जवानों ने चुनौटी को अंदर ले जाने से मना कर दिया। मजबूरन उन्हें चुनौटी बाहर फेंकनी पड़ी।