गया में नाबालिग के साथ यौन शोषण और हत्या के मामले में अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर
गया (Gaya) जिले के मेन थानाक्षेत्र के बेला (Bela) गांव में नाबालिग के यौन शोषण और हत्या के चार दिन बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक अपराधियों को चिन्हित नही कर पायी है। इसके कारण पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
गया/बेलागंज, जेएनएन। गया (Gaya) जिले के मेन थानाक्षेत्र के बेला (Bela) गांव में नाबालिग के यौन शोषण और हत्या के चार दिन बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक अपराधियों को चिन्हित नही कर पायी है। इसके कारण पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आज घटना से आक्रोशित लोगों ने पाई बिगहा बाजार को बंद रखा है, वही पूर्व केंद्रीय मंत्री सह रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा आज पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंच रहे हैं।
11 दिसंबर की रात कर दी गई नाबालिग की हत्या
बताते चलें कि 11 दिसंबर की सुबह दरिंदों ने 15 वर्षीय नाबालिग की यौन शोषण के बाद हत्या कर दी थी। इस मामले में मृत युवती के परिवार ने मेन थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद लोग तत्काल दोषी को तत्काल चिन्हित कर गिरफ्तार करने की मांग को लेकर शव को आठ घंटे तक रखे रहे थे। प्रशासन को काफी मशक्कत के बाद पोस्टमॉर्टम कराने के लिए शव मिला था।
चार दिन बाद भी अपराधियों का कोई सुराग नहीं
घटना के आज चौथे दिन गुजरने को हैं अपराधी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। रोज घटना स्थल पर राजनीतिक पार्टी के नेताओं सहित विभिन्न संगठनों के लोगों का दौरा भी शुरू हो गया है। घटना को लेकर जिला मुख्यालय से लेकर अन्य जगहों पर आंदोलन भी शुरू हो चुकी है। पुलिस भी अपराधियों तक पहुंचने के लिये विभिन्न माध्यमों के सहारे जांच में जुटी है। रविवार को पटना से आये फॉरेन्सिक टीम के अलावे डॉग स्क्वायड भी घटना स्थल की जांच की।
प्रभारी एसपी ने की है पीड़ित परिवार से मुलाकात
प्रभारी पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने भी पीड़ित से मिलकर न्याय दिलाने का भरोसा दिया, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यौन शोषण की पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी पुलिस ने यौन शोषण की जांच के लिए सैंपल पटना भेज दिया है। इधर घटना के चार दिन बाद भी अभी तक पुलिस कोई निश्चित मुकाम पर नही पहुँचने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।