मानदेय बढ़ाने के लिए निगमकर्मियों ने किया प्रदर्शन
पेज - फोटो 01 - मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की दी चेतावनी - 400 से 425 रुपये तक मानदेय बढ़ाने की कर रहे मांग -शहर के आजाद पार्क से जुलूस निकालकर कचहरी रोड पहुंचे -नगर आयुक्त को एक मांग पत्र सौंपा ------------- जागरण संवाददाता गया
गया। मानदेय वृद्धि सहित कई मांगों को लेकर बुधवार को बिहार लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले निगमकर्मियों ने नगर निगम कार्यालय में प्रदर्शन किया, जिसका नेतृत्व यूनियन के महासचिव अमृत प्रसाद, अध्यक्ष हरिनंदन शर्मा एवं शिववचन शर्मा ने किया।
महासचिव ने कहा कि पटना नगर निगम की तरह दैनिक सफाईकर्मियों, चालक एवं पंप चालक के मानदेय में वृद्धि की जाए। सफाईकर्मियों को 400 रुपये एवं पंप चालकों 450 रुपये प्रतिदिन भुगतान किया जाए। इसके अलावा सप्तम वेतन पुनरीक्षण लागू करने हेतु समिति को पुनर्गठित कर सशक्त स्थायी समिति तथा निगम बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया जाए। दैनिक पारिश्रमिक पर कार्यरत दस वर्ष से अधिक से उपर कार्यरत सफाईकर्मियों को दस हजार रुपये मासिक मानदेय पर रखने की स्वीकृति दी जाए। साथ ही सभी कर्मचारियों को पहचान पत्र निर्गत किया जाए। उन्होंने कहा कि टैक्स वसूली को लेकर रखे गए कंपनी के कार्यो को समीक्षा की जाए। इसके अलावा कई मांगों को रखा। उन्होंने कहा कि उक्त मांगें पूरी नहीं हुई तो 15 दिसंबर से पांच दिवसीय हड़ताल पर निगमकर्मी चले जाएंगे। आठ जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। निगमकर्मी शहर के आजाद पार्क से जुलूस निकालकर गोलपत्थर, जीबी रोड, केपी रोड, टावर चौक, रमना रोड, पिरमंसूर, कचहरी रोड होते निगम कार्यालय पहुंचे। वहां करीब दो घंटे तक प्रदर्शन किया। साथ ही नगर आयुक्त को एक मांग पत्र सौंपा। इस मौके पर श्यामलाल प्रसाद, इंद्रदेव प्रसाद, विनय सिंह, अशोक राम, परशुराम पासवान, दीपक राम, कैलाश राम आदि मौजूद थे।
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निगम पर बढ़ेगा बोझ
नगर निगम अगर मानदेय में वृद्धि करता है तो अतरिक्त बोझ का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि नगर निगम में करीब 17 सौ सफाईकर्मी, चालक एवं पंप चालक हैं। उनका प्रत्येक माह भुगतान करने पर 45 लाख रुपये का अतरिक्त बोझ बढ़ सकता है। मानदेय वृद्धि को लेकर नगर निगम मंथन कर रहा है।
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सफाई कार्य करने
का कोई समय नहीं
शहर की सफाई में सफाईकर्मी अनदेखी कर रहे हैं। सफाई का समय सुबह छह से दोपहर दो बजे तक निर्धारित है। मात्र तीन से चार घंटे ही सफाई की जा रही है। कुछ वार्ड पार्षदों का कहना है कि सफाईकर्मी सुबह आठ बजे आते हैं और 11 बजे चले जाते हैं, जो नियम का विरुद्ध है। किसी भी हाल में सफाई कार्य आठ घंटे होना चाहिए।
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निगमकर्मियों की कई मांगें मांग ली गई हैं। मानदेय वृद्धि पर विचार कर बोर्ड एवं सशक्त स्थायी समिति की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। प्रस्ताव पारित होने के बाद मानदेय में वृद्धि की जाएगी।
सावन कुमार, नगर आयुक्त