दूसरी बार रची गई थी बुद्धभूमि को दहलाने की साजिश
19 जनवरी 2018 को लोग भूल नहीं सकते, जब एक बार फिर ज्ञान और शांति की भूमि बोधगया को दहलाने के नापाक इरादों के साथ आतंकियों ने यहां बम प्लांट कर दिया था।
गया। 19 जनवरी 2018 को लोग भूल नहीं सकते, जब एक बार फिर ज्ञान और शांति की भूमि बोधगया को दहलाने के नापाक इरादों के साथ आतंकियों ने यहां बम प्लांट कर दिया था।
इसी मामले में एनआइए ने सोमवार को पूरक चार्जशीट दायर किया है। पूरे मामले का तेजी से अनुसंधान करते हुए एक साल में चार्जशीट दाखिल करने की कार्रवाई यह बता रही है कि कानून के राज में ऐसे किसी नापाक इरादे को सफल नहीं होने दिया जाएगा। सुरक्षा एजेंसियों पर लोगों का भरोसा फिर पुख्ता हुआ है।
बोधगया को दहलाने की साजिश म्यांमार के रो¨हग्या के विरुद्ध की गई कार्रवाई के विरोध में की गई थी। इसमें एक बांग्लादेश का आतंकी था, जबकि पांच को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया।
दैनिक जागरण ने भी इसकी आशंका जताई थी कि इसका रो¨हग्या कनेक्शन हो सकता है। बम प्लांट वाले दिन तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोधगया प्रवास पर आए हुए थे। उस समय तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु पावन दलाईलामा भी बोधगया प्रवास पर थे और उनका प्रवचन चल रहा था। सुरक्षा बल ने महाबोधि मंदिर के गेट संख्या तीन, मस्जिद गली, महाबोधि सोसाइटी के गेट के सामने एक वृक्ष के नीचे और कालचक्र मैदान के गेट संख्या पांच के पास से विस्फोटक भरा थैला बरामद किया था। हालांकि इसके पहले कालचक्र मैदान के गेट संख्या छह के पास जेनरेटर के पास एक थर्मस में विस्फोट हो चुका था। एक सफाईकर्मी की सजगता से इसका पता चला, अन्यथा उस दिन बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। राज्यपाल के महाबोधि मंदिर से वापस लौटने के बाद सफाईकर्मी अपना काम करने लगा। तभी उसकी नजर लाल पैडस्टल की ओर मंदिर के गेट संख्या तीन के पास एक लावारिस बैग पर पड़ी। बीटीएमसी का सफाईकर्मी किसी पर्यटक का बैग समझ उसे उठाने को झुका, तभी मंदिर की सुरक्षा में तैनात बीएमपी के एक जवान की नजर उस पर पड़ी। जवान ने उसे तुरंत रोका और बैग की स्कैनर से जांच की। जांच में विस्फोटक की आशंका होने के बाद उसे मंदिर परिसर से बाहर रखा गया। बाद में जांच और सघन तलाशी में उक्त जगहों से बम बरामद किया गया था।
बोधगया में बम प्लांट की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई। बाद में कोलकाता से गिरफ्तार आतंकियों को बोधगया लाकर सीन क्रिएट किया गया। एनआइए ने आठ महीने बाद 16 सितंबर को कालचक्र मैदान के समीप के शौचालय के फ्लश में रखा एक शक्तिशाली बम बरामद किया। गिरफ्तार आतंकी ने ही इसके बारे में बताया। पश्चिम बंगाल के नलहट्टी से गिरफ्तार जमातुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन के दिलावर हुसैन उर्फ उमर को साथ लेकर आई थी।