योजनाओं के क्रियान्वयन में आम लोगों से लें फीडबैक, लापरवाहों पर करें कार्रवाई : कमिश्नर
गया। मगध कमिश्नर असंगबा चुबा आओ ने मंगलवार को कार्यालय सभागार में विकास योजनाओं की समीक्ष
गया। मगध कमिश्नर असंगबा चुबा आओ ने मंगलवार को कार्यालय सभागार में विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक की। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, मिड डे मील, जल-जीवन-हरियाली योजनाओं की अद्यतन स्थिति को जाना। मगध प्रमंडल के जिन जिलों में योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक से नहीं हो रहा है, उसके लिए संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई। जवाबदेही तय कार्रवाई करने की हिदायत दी। इस बीच चालू वित्तीय वर्ष की लंबित कार्य योजनाओं को शीघ्र पूरा करने पर जोर दिया। अफसरों से कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अफसरों से कहा कि फील्ड में जाने के दौरान आम लोगों से योजनाओं को लेकर उनकी राय सुनें। यदि कहीं काम में कोताही दिखे तो उसे तुरंत निपटारा करें। -----
रिपोर्टिग के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान दें सीएस, दवाओं का हो बेहतर रखरखाव
-स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में दवा एक्सपायर नहीं होनी चाहिए। न ही दवा बर्बाद होनी चाहिए। सिविल सर्जन ने ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा हर तीन महीने पर सभी अस्पतालों में दवाओं की जांच कराने की बात कही। कमिश्नर ने सिविल सर्जन से दो टूक कहा कि सिर्फ रिपोर्ट बनाकर भेजने से काम नहीं चलेगा। बल्कि गुणवत्ता को नियंत्रित करने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य की योजनाओं को लेकर जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग करने पर को कहा।
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पैकेजिंग स्वास्थ्य रैकिंग में गया 26वें पायदान पर, नवादा 34वें नंबर पर
-स्वास्थ्य विभाग की ताजा रैकिंग जारी हो गई है। 38 जिलों की रैंकिंग में गया जिला अक्टूबर 2019 में 24 वें नंबर पर रहा, जबकि नवंबर में 26 वां रैंक हासिल किया। नवादा जिले को अक्टूबर में 19 वां स्थान व नवंबर में 34 वां स्थान हासिल हुआ है। मगध कमिश्नर ने नवादा एवं गया जिला की रैंकिंग को लेकर असंतोष प्रकट किया। विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई। अगले महीने बेहतर काम नहीं होने पर विभाग में शिकायत करने की हिदायत दी।
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एनएच व जीटी रोड से लगने वाले अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त रखें
-कमिश्नर ने प्रमंडल के सभी सिविल सर्जन को हाईवे और जीटी रोड से लगने वाले सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने जहानाबाद के मखदुमपुर सरकारी अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाएं जब सही रहेगी तो लोग निजी नर्सिग होम की तरफ जाने के बजाय सरकारी अस्पतालों में इलाज कराएंगे।
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दक्षिणी राज्यों की तरह प्रमंडल के अस्पतालों की व्यवस्था ठीक करें
-दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक का जिक्र करते हुए कमिश्नर असंगबा चुबा आओ ने कहा कि वहां के सुदूरवर्ती इलाके में भी सरकारी अस्पताल ठीक रहते हैं। उस तरह की व्यवस्था गया जिला मुख्यालय में उपलब्ध कराने को कहा। ताकि आम मरीजों का सरकारी अस्पतालों में विश्वास जगे। साफ-सफाई में लापरवाही पाए जाने पर सीधे सिविल सर्जन पर जवाबदेही तय कर कार्रवाई करने की बात कही।
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गोल्डन कार्ड बनाने में नवादा की रफ्तार धीमी, जताई नाराजगी
-आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन कार्ड की प्रगति में पाया गया कि नवादा जिले में 3385, अरवल में 5198, गया में 16607, जहानाबाद में 28966 एवं औरंगाबाद में 25380 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। कमिश्नर ने नवादा में गोल्डन कार्ड बनने की सुस्त रफ्तार पाकर सिविल सर्जन से सवाल पूछा। उन्होंने गोल्डन कार्ड अंतर्गत प्राइवेट हॉस्पिटलों को पैनल में लाने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया। अरवल व जहानाबाद में अब तक एक भी प्राइवेट अस्पताल पैनल में नहीं लिया गया है। इसे लेकर नाराजगी जताई गई।
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सीजेरियन ऑपरेशन में नवादा फिसड्डी, जहानाबाद के सीएस से शोकॉज
-संस्थागत प्रसव की समीक्षा में नवादा व जहानाबाद में खराब स्थिति पाई गई। इसे ठीक करने के लिए निर्देश दिया गया। सीजेरियन प्रसव की समीक्षा में वर्ष 2018 में जहानाबाद में 50 ऑपरेशन हुआ। 2019 में 37 हुआ। नवादा्र में 2018 में 12 ऑपरेशन हुआ। 2019 में 11, औरंगाबाद में 2018 में 17 व 2019 में 18 ऑपरेशन हुआ। इस पूरे मामले में जहानाबाद व नवादा के सिविल सर्जन से शोकॉज किया गया।
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कालाजार व मलेरिया को लेकर दी गई फॉगिंग मशीनें अब तक सील
-कालाजार एवं मलेरिया के संदर्भ में सभी सिविल सर्जन से जानकारी ली। प्रमंडल के सभी पीएचसी में फॉगिंग मशीन विभाग द्वारा दिया जा चुका है। बावजूद अधिकतर अस्पतालों में वह मशीन अब तक सील पैक ही रखा हुआ है। सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने सभी पीएचसी में फॉगिंग कराते रहें। शिशु मृत्यु रिपोर्ट की समीक्षा में कमिश्नर ने इसे गंभीरता से लेने को कहा। नवजात से लेकर छोटे बच्चों को बेहतर इलाज कराने की बात कही। ------ ------
फसल कटनी के बाद नहीं जलाएं पराली, किसानों को करें जागरूक
-कृषि विभाग की समीक्षा में धान या गेहूं कटनी के बाद खेतों में पराली नहीं जलाने का निर्देश दिया गया। रबी में गेहूं आच्छादन की समीक्षा में गया में 99, जहानाबाद में 86, अरवल में 61, नवादा में 100,औरंगाबाद में 80 फीसद फसल लग चुके हैं। अरवल में कम गेहूं का आच्छादन रहने पर डीएओ को रिपोर्ट दुरुस्त करने को कहा गया।
----- गेहलौर में वाटर हार्वेस्टिंग टैंक बनाने का सुझाव, जल संरक्षण पर दिया जोर
-जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत कृषि पदाधिकारी औरंगाबाद को मदनपुर पहाड़ क्षेत्र एवं गया जिले के मोहड़ा प्रखंड अंतर्गत जेठीयन पहाड़ गेहलौर में वाटर हार्वेस्टिंग टैंक निर्माण कराने का सुझाव दिया गया। ताकि जल संचयन हो सके। कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पहाड़नुमा स्ट्रक्चर को चिन्हित कर सभी में वाटर हार्वेस्टिंग टैंक का निर्माण कराया जाए। वन विभाग की जमीन पाई जाती है तो संबंधित पहाड़ों की लिस्ट लाएं। समीक्षा बैठक के अंत में कमिश्नर ने बिहार सरकार द्वारा लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम को प्राथमिकता देते हुए इसके लंबित मामलों का त्वरित गति से निपटाने को कहा। लोक शिकायत के मामलों में सरकार गंभीर है।
बैठक में आयुक्त के सचिव, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, उप निदेशक स्वास्थ्य, उपनिदेशक शिक्षा, संयुक्त निदेशक कृषि, क्षेत्रीय निदेशक पशुपालन, उपनिदेशक कल्याण, उपनिदेशक साख्यिकी, संयुक्त निबंधक सहयोग समितिया एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
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पैकेजिंग
आम जनों की समस्याओं को गंभीरता से सुनें विभागीय अफसर
जासं, गया : कमिश्नर ने आम जनों की समस्या का ज्यादा से ज्यादा निपटारा करने को कहा। अधिकारियों से कहा कि यदि कोई आम आदमी अपनी समस्या को लेकर मिलते हैं तो उनकी बात को ध्यान से सुनें। साथ ही यथासंभव उसका तुरंत निपटारा करें। बेवजह उन्हें परेशान नहीं करें।