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Chhath puja 2022: शुद्ध घी के बने ठेकुए से भगवान भास्कर को पड़ेगा अर्घ्य, जानिए बनाने की विधि

भगवान भास्कर को फलों के अलावा शुद्ध घी से बने ठेकुआ अर्घ्य दिया जाता है। सुबह से ही व्रती ठेकुआ बनाने के कार्यों में जुटे हुए हैं। ठेकुआ शुद्ध घी में तैयार किया जाता है। गेहूं के आटा गुड़ चीनी आदि सामग्री से ठेकुआ तैयार किया जाता है।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Sun, 30 Oct 2022 11:40 AM (IST)Updated: Sun, 30 Oct 2022 11:40 AM (IST)
Chhath puja 2022: शुद्ध घी के बने ठेकुए से भगवान भास्कर को पड़ेगा अर्घ्य, जानिए बनाने की विधि
छठ व्रत के लिए ठेकुआ बनाते व्रती

 जागरण संवाददाता गयाः लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन अस्ताचल सूर्य का अर्घ्य छठ वर्ती आज देंगे जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। भगवान भास्कर को फलों के अलावा शुद्ध घी से बने ठेकुआ अर्घ्य दिया जाता है। ठेकुआ बनाने का कार्य महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है। सुबह से ही महिलाएं ठेकुआ बनाने के कार्यों में जुटी हुई हैं। ठेकुआ शुद्ध घी के अलावा रिफाइन तेल में भी तैयार किया जाता है। महिलाओं ने बताया कि गेहूं के आटा गुड़ चीनी आदि सामग्री से ठेकुआ तैयार किया जाता है। काफी धीमी-धीमी आंच में ठेकुआ को तैयार किया जाता है। 

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ठेकुआ बनाने में चार से पांच घंटे का समय

ठेकुआ बनाने में चार से पांच घंटे का समय लगता है। ठेकुआ को स्वादिष्ट बनाने को लेकर ड्राई फ्रूट भी मिलाया जाता है। जिसमें काजू इलायची किसमिस छुहारा नारियल आदि सामग्री को आटे में मिलाकर बनाया जाता है। आचार्य लाल भूषण मिश्र ने कहा कि छठ पर्व में ठेकुआ और कसार का काफी महत्व है। ठेकुआ और कसार से भगवान भास्कर का अर्घ्य दिया जाता है। क्योंकि छठ पर्व में नए अनाज का इस्तेमाल किया जाता है। ठेकुआ तो गेहूं के आटे से बनाया जाता है। लेकिन कसार चावल के आटे से तैयार किया जाता है। कसार बनाने का चावल पूरी तरह नए अनाज का होता है।


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