ओवरलोड ट्रकों के लिए सेफ जोन बना चैनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 219, इस रास्ते से निकल रहे ओवरलोड ट्रक
रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 219 ओवरलोड बालू लदे ट्रकों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है। नए जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर जब जीटी रोड पर प्रशासन के द्वारा सख्ती दिखाई गई।
संवाद सूत्र, चैनपुर (भभुआ)। प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 219 ओवरलोड बालू लदे ट्रकों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है। नए जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला के निर्देश पर जब जीटी रोड पर प्रशासन के द्वारा सख्ती दिखाई गई तो बालू लदे ओवरलोड ट्रक चालकों ने अपना रास्ता बदलते हुए चैनपुर प्रखंड से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 219 का उपयोग कर इस रास्ते से उत्तर प्रदेश जाने लगे हैं।
बता दें कि चैनपुर प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 219 से सटे ही नगर पंचायत हाटा के बाजार से होते हुए उत्तर प्रदेश चकिया के लिए रास्ता हैं। जहां से उत्तर प्रदेश जाया जाता है। इसके साथ ही चैनपुर होते हुए चांद, धरौली के रास्ते उत्तर प्रदेश की सीमाएं लगती है। जो चंदौली से मिलता है। इस रास्ते का भी उपयोग ओवरलोड वाहनों के लिए सेफ जोन के रूप में किया जा रहा है। रविवार की देर शाम पुलिस गश्ती के दौरान दो ओवरलोड बालू लदे 10 चक्का ट्रकों को पुलिस के द्वारा गश्ती के दौरान जब्त कर लिया गया है। उक्त बालू लदे ट्रक चैनपुर के रास्ते उत्तर प्रदेश की तरफ जा रहे थे।
बता दें कि जिले के मोहनिया अनुमंडल से होकर गुजरने वाले ने एनएच दो पर ओवरलोड वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से हो रहा है। बीते दिनों दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र के कर्मनाशा नदी पर बने पुल के चालू हो जाने के बाद ओवरलोड ट्रकों की आवाजाही काफी अधिक होने लगी। यह देख नवागत डीएम के निर्देश पर मोहनिया अनुमंडल प्रशासन द्वारा एन एच 2 पर ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध जांच अभियान चलाया गया। जिसमें 2 दर्जन से अधिक ओवरलोड ट्रकों को जब्त भी किया गया। प्रशासन की यह कार्रवाई देख कई ट्रक चालक चैनपुर के रास्ते यूपी निकलने का प्रयास कर रहे हैं।
ओवरलोड ट्रकों के चैनपुर की तरफ से निकलने की सूचना पर चैनपुर पुलिस भी सख्त हो गई है। इस संबंध में चैनपुर थानाध्यक्ष उदय भानु सिंह के द्वारा बताया गया कि गस्ती के दौरान दो ओवरलोड बालू लदे ट्रकों को अवंखरा पुल के पास पकड़ा गया है। बालू लदे ट्रकों को जब्त करते हुए चैनपुर थाने लाया गया एवं इसकी सूचना जिला परिवहन पदाधिकारी को आवेदन के माध्यम से भेजा गया है। जिसमें जांचोपरांत जुर्माना लगाने की बात कही गई है।