Rohtas: पंचायत चुनाव की डुगडुगी का इंतजार कर रहे नेताजी को सता रहा कोरोना का डर, कहीं टल न जाए
पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी नहीं हुई है। लेकिन जिला प्रशासन से लेकर चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार अपनी तैयारी में जुटे हैं। एक-एक पद के लिए दर्जनों उम्मीदवार कतार में खड़े हैं। पंचायत चुनाव की तैयारी पिछले डेढ़ माह से पूरे जिले में की जा रही है।
डेहरी ऑन सोन (रोहतास), संवाद सहयोगी। Bihar Panchayat Chunav 2021: पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजने का इंतजार भावी प्रत्याशियों के साथ ही ग्रामीणों व राजनीति में रुचि रखने वालों को है। चुनाव की आहट के बाद से ही भावी प्रत्याशी क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। वे जनता के बीच पहुंचकर तमाम तरह के वादे करने में जुटे हैं। गांव की राजनीति परवान चढ़ चुकी है। विभिन्न पदों पर लड़ने के इच्छुक लोग गांवों में डेरा जमा चुके हैं।
तैयारियों में जुटा हुआ है प्रशासन
राज्य निर्वाचन आयोग ने अब तक इसकी घोषणा नहीं की है। हालांकि भावी प्रत्याशियों के साथ ही जिला प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है। पंचायत चुनाव को लेकर सभी कोषांगों का गठन कर लिया गया है वहीं विभाग द्वारा गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। प्रखंड कीसभी पंचायतों में चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है। एक-एक पदों के लिए दर्जनों उम्मीदवार टकटकी लगाए चुनाव की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं।जिला परिषद से लेकर मुखिया पंचायत समिति सदस्य एवं वार्ड सदस्य बनने की होड़ पंचायतों में लगी हुई है। भावी प्रत्याशी सुबह होते ही घर-घर घूम जनसम्पर्क कर रहे हैं। इधर राज्य सरकार मल्टीपरपज ईवीएम से चुनाव कराने की तैयारी कर रही है।जबकि अभी तक इस दिशा में पूरी तरह से निर्णय नहीं हो सका है। वहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर भावी प्रत्याशियों में चुनाव कहीं टल न जाए इसका भय सता रहा है। इस बार प्रखंड में पंचायत चुनाव के रोचक होने की पूरी संभावना है।
प्रत्याशियों के फॉर्मेट हो गए हैं जारी
पंचायत चुनाव में खड़े होने वाले प्रत्याशियों के लिए विभाग द्वारा फॉर्मेट जारी कर दिया गया है। गाइडलाइन भी जारी कर दिया गया है ।जबकि मात्र चुनाव की तिथि की घोषणा करना बाकी है। प्रत्याशी अब फॉर्मेट के हिसाब से सभी प्रकार की जानकारी जुटा रहे है। गाइडलाइन के अनुसार मतदान केंद्रों पर किसी भी प्रकार का शोर शराबा पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है। मतदान केंद्र के बाहर किसी प्रकार का लाउडस्पीकर लगाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही सरकारी कर्मी मतगणना एजेंट नहीं बन पाएंगे एवं इनके एजेंट बनने पर 3 महीने का कारावास एवं दंड आरोपित किया जाएगा। उम्मीदवार अपने चुनाव क्षेत्र के लिए एक मतगणना एजेंट की नियुक्ति कर सकेंगे।