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15 मार्च तक कर सकते हैं अग्रिम टैक्स का भुगतान

अपनी कमाई का खुद आकलन कर समय पर टैक्स का भुगतान कर दें। इससे पेनाल्टी नहीं लगेगी। गुरुवार को आयकर अग्रिम भुगतान की जानकारी देने को आइएमए भवन में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में अधिकारियों ने यह बात कही। प्रधान आयकर आयुक्त शौविक गुहा ने कहा कि जिस क्षेत्र में कमाई कर रहे हैं, उसके टैक्स का आकलन खुद कर समय पर अग्रिम टैक्स के रूप में भुगतान कर दें। विलंब से भुगतान पर पेनाल्टी देनी पड़ती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 08:25 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 10:27 PM (IST)
15 मार्च तक कर सकते हैं अग्रिम टैक्स का भुगतान

गया। अपनी कमाई का खुद आकलन कर समय पर टैक्स का भुगतान कर दें। इससे पेनाल्टी नहीं लगेगी। गुरुवार को आयकर अग्रिम भुगतान की जानकारी देने को आइएमए भवन में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में अधिकारियों ने यह बात कही।

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प्रधान आयकर आयुक्त शौविक गुहा ने कहा कि जिस क्षेत्र में कमाई कर रहे हैं, उसके टैक्स का आकलन खुद कर समय पर अग्रिम टैक्स के रूप में भुगतान कर दें। विलंब से भुगतान पर पेनाल्टी देनी पड़ती है। पेनाल्टी से बचने के लिए त्रिमासिक टैक्स प्रावधान का अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि कोई भी अपनी कमाई छिपा नहीं सकता है। विभाग के पास हर व्यक्ति का हिसाब-किताब है। अगर विभागीय सर्वे से बचना चाहते हैं, तो समय पर अग्रिम टैक्स का भुगतान करते रहें। उन्होंने बताया कि सभी के सहयोग से पिछले तीन वर्षों में गया अंचल में 62.40 करोड़ रुपये तक टैक्स संग्रह हुआ है। चालू वित्तीय वर्ष में 75 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। इसमें अभी तक शुद्ध कर संग्रह 11.73 करोड़ रुपये का ही हुआ है। अग्रिम कर भुगतान की अंतिम तिथि 15 मार्च निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि अग्रिम भुगतान की योजना यह है कि जैसे कमाओ, वैसे चुकाओ।

संयुक्त आयकर आयुक्त रेंज-3 रोहित राज ने कहा कि किसी भी करदाता को एक बार टैक्स देने में बोझ लगता है। करदाताओं को चार किस्तों में भुगतान करना पड़ता है। इसमें पहली किस्त 15 जून को 15 प्रतिशत, दूसरी किस्त 15 सितंबर को 45 प्रतिशत, तीसरी किस्त 15 दिसंबर 75 प्रतिशत एवं चौथी किस्त 15 मार्च को 100 प्रतिशत देनी होगी। उन्होंने कहा कि गया अंचल में पूर्व में कर संग्रह बहुत अच्छा रहा है। 2015-16 में दो करोड़ था। 2016-17 में 36.28 करोड़ संग्रह किया गया। 2017-18 में 46.80 करोड़ लक्ष्य की तुलना में 62.40 करोड़ कर संग्रह किया गया। यह करदाताओं के सहयोग से ही हो पाया। इस मौके पर सहायक आयकर आयुक्त मुसाफिर, आयकर अधिकारी मुकेश कुमार, रिपू दमन, सेंट्रल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ. कौशलेंद्र प्रताप, आइएमए के डॉ.रतन कुमार, बार एसोसिएशन के सच्चिदानंद प्रसाद, चार्टर एकाउंटेंट संघ के बी प्रसाद आदि ने भी विचार रखे। आयकर विभाग के कार्यालय अधीक्षक रेयाज हैदर ने कार्यक्रम का संचालन व निरीक्षक हृदय कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।


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