नहर पर बनी पुल की टूटी सुरक्षा दीवार, जानलेवा
गया। स्थानीय प्रखंड के उच्च स्तरीय नहर व वितरणियों में बने पुलियों की सुरक्षा दीवारें कई वर्षो से टूटी है।
कैमूर। स्थानीय प्रखंड के उच्च स्तरीय नहर व वितरणियों में बने पुलियों की सुरक्षा दीवारें कई वर्षो से टूट चुकी हैं। इससे हादसे का खतरा बढ़ गया है। दीवार टूटने से दो वर्ष पूर्व नहर में गिरकर एक बच्चे की मौत हो चुकी है। जबकि दूसरे बच्चे को किसी तरह बचाया गया। वहीं क्षेत्र के कई लोग इस पुलिया से गिर कर जख्मी भी अब तक हो चुके हैं। फिर भी सुरक्षा दीवार को दुरूस्त नहीं किया जा रहा है। इससे चालक हमेशा सहमे रहते हैं। रात में अनजान चालक के लिए यह पथ और भी खतरनाक बन जाता है। प्रखंड में ऐसे दर्जन भर से भी अधिक पुल हैं, जिसकी सुरक्षा दीवार कई वर्षों से टूटी हुई है। बताया जाता है कि मुख्य नहर में बगही, आरडी 84, पछेहरा, बेलांव, अलीपुर वितरणी में थिलोई, दुबौली, लिली, गंगापुर वितरणी में गंगापुर, बड़कागांव, बनौली ,करौंदा वितरणी में, अकोढ़ी, इटवां, गम्हरियां, कर्मा वितरणी में खजूरा, पसाई के पास पुल की सुरक्षा दीवार टूटी हुई है। जिससे आए दिन अनजान वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अकोढ़ी गांव के गुड्डू सिंह व मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि पिछले साल साइकिल से घर जा रहे दो बच्चे अनियंत्रित होकर मुख्य नहर में जा गिरे थे। जिसमें दस वर्षीय बच्चे की मौत पानी में डूबने से हो गई। जबकि दूसरे बच्चे को बड़ी मुश्किल से बचाया गया। अगर उक्त स्थल पर सुरक्षा दीवार बनी रहती तो शायद यह घटना नहीं होती। आरडी 184 के दुकानदारों ने बताया कि आरडी 184 पर अल्लीपुर वितरणी की सुरक्षा दीवार कई साल पहले टूटी थी, जो दूर से दिखाई नहीं देती है। जैसे ही पुल के पास चालक आते हैं तो टूटी दीवार को देख सहम जाते हैं। कई बार तो अंजान राहगीर रात्रि में गिरकर घायल हो गए है, जिन्हें स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला है। वही गंगापुर वितरणी में गंगापुर व टेटिहा गांव के समीप पुल की सुरक्षा दीवार कई वर्षों से टूटी है। जिससे साइकिल सवार लोग कई बार नहर में जा गिरे हैं। बता दें कि रामपुर प्रखंड के अलावा जिले के लगभग सभी प्रखंडों में नहर पर बने पुलियों की सुरक्षा दीवारें टूटी है। जहां से आना जाना लोगों के लिए काफी मुश्किल है। सबसे अधिक उन जगहों पर खतरा रहता है जहां नहर पर बने पुलिया के पास टर्निंग होता है। बरसात के समय में टर्निंग पर बाइकों के फिसल कर नहर में गिरने की आशंका बनी रहती है।