भभुआ में मानदेय नहीं मिलने पर स्वच्छाग्रही ने पेट्रोल पी कर किया आत्महत्या का प्रयास, अस्पताल में भर्ती, समन्वयक पर गंभीर आरोप
शिव गांव निवासी स्वच्छाग्रही बृजेश ठाकुर ने मानदेय नहीं मिलने व सुपरवाइजर पद पर बहाली नहीं होने से पेट्रोल पी कर आत्म हत्या करने का प्रयास किया। हालांकि पीएचसी में पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसका इलाज किया और उसकी जान बच गई।
By JagranEdited By: Prashant Kumar pandeyPublished: Wed, 28 Sep 2022 02:33 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2022 02:33 PM (IST)
संवाद सूत्र, चांद: प्रखंड कार्यालय पर बुधवार को लगभग 11.30 बजे एक युवक के द्वारा शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह करने का प्रयास किया गया। उक्त युवक बिउरी पंचायत के शिव गांव निवासी बृजेश ठाकुर बताया जाता है। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांद में इलाज के लिए ले गई। जहां उसका इलाज चल रहा है। वह पूर्व में स्वच्छाग्रही भी रहा है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. संजय कुमार ने कहा कि युवक अब ठीक है।
मिली जानकारी के अनुसार शिव गांव निवासी बृजेश ठाकुर स्वच्छता अभियान में स्वच्छाग्रही के पद पर काम किया हुआ है। गोंई पंचायत में स्वच्छता अभियान पार्ट 2 के लिए सुपरवाइजर पद पर चयन के लिए बृजेश ठाकुर को आश्वासन दिया गया था। बाद में उसे पता चला कि सुपरवाइजर पद पर उसका चयन नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते उसने आत्मदाह करने का प्रयास किया। बृजेश ठाकुर के भाई दिनेश ठाकुर ने कहा कि सुपरवाइजर पद पर चयन करने के लिए 50 हजार रुपये मांगे जा रहे थे। इसको लेकर वह बहुत परेशान रह रहा था। पैसे का इंतजाम नहीं होते देख उसने यह कदम उठाया होगा।
बता दें कि बुधवार को उसने वीडियो वायरल कर प्रखंड मुख्यालय पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। वायरल वीडियो में बृजेश ठाकुर ने मौत होने पर मुखिया एवं स्वच्छता अभियान के प्रखंड समन्वयक को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस में हड़कंप मच गया। बीडीओ शशिभूषण साहू थाना प्रभारी सचिन कुमार ने युवक से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस बृजेश ठाकुर को गिरफ्तार करने घर गई। पुलिस को घर पर बृजेश ठाकुर नहीं मिला। पुलिस प्रखंड मुख्यालय पर पहले से मौजूद थी।
दोपहर 11:30 बजे प्रखंड मुख्यालय पहुंचा और पेट्रोल शरीर पर डालने लगा। तब तक पुलिस ने दबोच लिया। इस दौरान उसके मुंह में पेट्रोल चला गया। इससे वह मौके पर ही बेहोश हो गया। वह सुबह से कुछ खाया भी नहीं था। तब पुलिस उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। जहां उसका इलाज चल रहा है। इस संबंध में बीडीओ शशिभूषण साहू ने कहा कि आत्मदाह करने की कोई सूचना नहीं थी। वायरल वीडियो से जानकारी मिली। उससे संपर्क करने का प्रयास किया गया। संपर्क नहीं हुआ। बीडीओ ने बृजेश ठाकुर एवं उसके भाई दिनेश ठाकुर के द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर जांच करने की बात कही।
उधर स्वच्छता अभियान के प्रखंड समन्वयक संतोष कुमार ने सभी आरोप बेबुनियाद बताया है। संतोष कुमार ने कहा कि स्वच्छता अभियान में स्वच्छता सुपरवाइजर एवं सफाई कर्मियों एवं आदि का चयन ग्राम सभा में ग्राम पंचायत के द्वारा किया जाता है। चयन प्रक्रिया में किसी भी प्रखंड कार्यालय या अधिकारियों की कोई भूमिका नहीं है। थानाध्यक्ष सचिन कुमार ने कहा कि पुलिस को जैसे ही वीडियो की जानकारी मिली उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को घर भेजा गया। घर पर नहीं मिलने के बाद आत्मदाह करने से रोकने के लिए प्रखंड मुख्यालय पर पुलिस को तैनात कर दिया गया। जैसे ही युवक प्रखंड मुख्यालय पर पहुंचा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज कराया जा रहा है।
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