गया के भाजपा विधायक ने पुलिस को दी हद में रहने की नसीहत, कहा, लोगों पर डंडे मत चलाइए
पूर्व मंत्री और गया के नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार ने दवा लेकर लौट रहे युवक पर डंडे बरसाने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की अमानवीयता पुलिस नहीं करे। लॉकडाउन में निकले लोगों को समझाने के और तरीके हैं।
गया, जागरण संवाददाता। पूर्व मंत्री व गया के नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार (Former Minister Dr Prem Kumar) ने पुलिस को हद में रहने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में निकले लोगों पर डंडा क्यों चलाते हैं। आम लोग यदि लॉकडाउन का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें समझाने के और भी तरीके हैं। यह तरीका कतई उचित नहीं कि पुलिस बेरहम बन जाए। वे दवा लेकर लौटे युवक की बेरहमी से की गई पिटाई पर नाराजगी जता रहे थे।
लॉकडाउन में निकले लोगों को रोकने के और भी तरीके हैं
डाॅ. प्रेम कुमार ने कहा कि गया में रहकर अपनी पूरी नजर जनता और प्रशासन पर टिकाए हैं। लाॅकडाउन के 15वें दिन पुलिस-प्रशासन की दबंगई का एक चेहरा उनके सामने आया। पुलिस ने दवा ले जाने वाले एक युवक की ऐसी पिटाई की कि उसकी उंगली टूट गई। वह इलाजरत है। घटना की जानकारी उन्हें हुई। विधायक जी ने वरीय पुलिस अधिकारी को इस घटना के लिए जिम्मेवार पुलिसवालों पर कार्रवाई की बात कही। विधायक ने तो यह भी कहा कि लाॅकडाउन के दौरान पुलिस का डंडा चलाना कानूनन सही नहीं है। अगर आम लोग सड़क पर निकलते हैं तो उन्हें मना किया जाए और भी तरीके रोकने के हैं।
थोक मंडी में छूट देने की मांग
इधर भाजपा ने शहर के बंद पड़े थोक व्यवसाय मंडी में लाॅकडाउन के दौरान छूट देने की बात की है। विधायक ने भी प्रशासन के डीएम अभिषेक सिंह से फोन पर यह कहा है कि बाजार बंद रहने से व्यवसायी सहित आम लोग परेशान हैं। पूरी तरह बंदी है। कई लोगों को तो पैसा रहने के बाद भी सामान नहीं मिल रहा है। व्यवसायियों को भी परेशानी है। विधायक का प्रशासन से यह अनुरोध उस परिप्रेक्ष्य में किया गया है जब भाजपा वाणिज्य प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने विधायक को यह बताया कि थोक मंडी बंद रहने से महंगाई और बढ़ सकती है। भाजपा ने यह साफ किया है कि वह लाकडाउन को सही मानती है, लेकिन लाॅकडाउन के दौरान आवाम को परेशानी न हो, इसका भी ख्याल प्रशासन को रखने की जरूरत है।