Bihar Panchayat Chunav 2021: पंचायत चुनाव में महिला उम्मीदवारों की बढ़ी मुश्किल, कैमूर में जाति प्रमाण पत्र को लेकर हुई मुसीबत
नामांकन में वैसी महिला अभ्यर्थी जो अन्य प्रदेशों की रहने वाली हैं और उनका विवाह कैमूर जिले में हुआ है उनकी जाति प्रमाण पत्र की समस्या खड़ी हो गई है। निर्वाचन आयोग ने साफ कह दिया है कि अन्य प्रदेशों में बने जाति प्रमाण पत्र मान्य नहीं किया जाएगा।
चांद (कैमूर), संवाद सूत्र। जिले में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। प्रथम चरण के नामांकन का अंतिम समय चल रहा है। दूसरे चरण का नामांकन भी शुरू हो गया। लेकिन नामांकन में वैसी महिला अभ्यर्थी जो अन्य प्रदेशों की रहने वाली हैं और उनका विवाह कैमूर जिले में हुआ है तो उनके लिए जाति प्रमाण पत्र की समस्या खड़ी हो गई है। इधर निर्वाचन आयोग ने भी यह साफ कह दिया है कि अन्य प्रदेशों में बने जाति प्रमाण पत्र वह मान्य नहीं करेगा। स्थानीय सीओ के स्तर से जारी जाति प्रमाण पत्र ही मान्य होगा।
यूपी से सटे प्रखंडों में ज्यादा है समस्या
हलचलों के बीच संभावित महिला प्रत्याशियों में जाति प्रमाण पत्र को लेकर चिंता बढ़ा दी है। कैमूर जिले में यह समस्या वैसे प्रखंडों में अधिक देखी जा रही है जो प्रखंड यूपी से सटे हुए हैं। इसमें चांद प्रखंड भी शामिल है। यहां के अधिकतर लोगों की शादी उत्तर प्रदेश में हुई है। ऐसे में जो लोग अपने घर की महिलाओं को चुनाव लडऩे की तैयारी में थे उनके लिए संकट खड़ा हो गया है।
बीडीओ का कहना है
इस संबंध में बीडीओ शशिभूषण साहू ने कहा कि उत्तर प्रदेश की महिला प्रत्याशियों के जाति प्रमाण पत्र बिहार में पति की जाति से मिलता हुआ होने एवं जाति आरक्षण की समतुल्यता होने पर उस महिला का नामांकन पंचायत चुनाव में स्वीकार किया जा सकता है। लेकिन चुनाव की तारीख 20 अक्टूबर नजदीक आते ही संभावित प्रत्याशियों ने प्रचार तेज कर दिया है। महिला प्रत्याशियों पर जाति की तकनीकी अड़चन उन्हें चुनाव लडऩे से वंचित कर सकती है। प्रखंड कार्यालय में जाति प्रमाण पत्र लेकर कई महिला उम्मीदवार और उनके पति चिंतित दिखाई पड रहे हैं। ये संभावित प्रत्याशी जाति प्रमाण पत्र की तकनीकी अड़चन दूर करने के लिए अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं।