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Bihar Monsoon: समय से पहले मानसून आने से रोहतास के किसान खुश, धान के बीज की बोआई शुरू

धान की नर्सरी डालने का सबसे उपयुक्त समय दस जून या उसके बाद का समय माना जाता है। इसके पहले डाली गई नर्सरी को रोगग्रस्त होने की संभावना बनी रहती है। अब भी बिचड़ा डालने से समय पर खेती कार्य निपट जाता है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 01:46 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 01:46 PM (IST)
Bihar Monsoon: समय से पहले मानसून आने से रोहतास के किसान खुश, धान के बीज की बोआई शुरू
मानसून आते ही धान का बिचड़ा बोने लगे किसान। जागरण आर्काइव।

संवाद सूत्र, सूर्यपुरा (सासाराम)। समय से पहले मानसून आने से किसान खुश हैं। किसान नहर में पानी आने से पहले ही धान का बीज डालने की तैयारी शुरू कर दिए थे। लगभग 70 फीसद किसान बीज डाल चुके हैं। किसान एवं सामाजिक कार्यकर्ता विजय सिंह, लालन सिंह, पैक्स अध्यक्ष रामप्रसाद सिंह आदि ने बताया कि अनुमान लगाया जा रहा है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बारिश समय से होती रहेगी। जिसका प्रभाव पर्यावरण का भी हो सकता है।

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पिछले वर्ष लॉकडायन के कारण प्रदूषण में कमी आई थी, जिससे पर्यावरण स्वच्छ हुआ था। इसे देखने से किसान अच्छी बारिश होने का अनुमान लगा रहे है। प्रखंड़ के किसान खाद-बीज का इंतजाम कर खेतों को तैयार कर बीज डाल रहे हैं। नर्सरी पहले तैयार होगी, तो रोपनी का कार्य भी पहले शुरू हो जाएगा।। धान की नर्सरी उसकी रोपाई से कम से कम बाइस से पच्चीस दिन पहले डाली जाती है। किसानों की तैयारियों को ही ध्यान में रख खाद-बीज विक्रेता भी अपना भरपूर स्टॉक कर लिए हैं।

कृषि विभाग से जुड़े अधिकारियों की मानें तो खेती में समय से नर्सरी डालने के बाद यदि रोपाई भी समय से हो जाए, तो धान की पैदावार अच्छी होती है। अधिकारियों के मुताबिक गत कुछ वर्षों से कम वर्षा होने का मामला भी सामने आया है। ऐसे में किसानों को चाहिए कि कम समय में तैयार होने वाली प्रजाति का बीज नर्सरी में डालें। इसके साथ ही नर्सरी डालने से पहले अपने खेत को अच्छी तरह तैयार कर लें।

कृषि सलाकार अखिलेश कुमार बताते है कि धान की नर्सरी डालने का सबसे उपयुक्त समय दस जून या उसके बाद का समय माना जाता है। इसके पहले डाली गई नर्सरी को रोगग्रस्त होने की संभावना बनी रहती है। किसान रामाशंकर सिंह, सुभाष यादव, डा राजनारायण सिंह, रवि कुमार सिंह, मोहन सिंह आदि ने बताया कि अब भी बिचड़ा डालने से समय पर खेती कार्य निपट जाता है।


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