मैट्रिक की परीक्षा के लिए चले गए सरकारी विद्यालयों के बेंच-डेस्क, अभाव में छठी से आठवीं की पढ़ाई बाधित
राज्य सरकार की ओर से करीब ग्यारह माह बाद सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों को 9 फरवरी से छठी से आठवीं कक्षा तक खोलने का निर्देश दिया गया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सरकार के निर्देश जारी होने के बाद विद्यालय को खोलने का आदेश दिया गया।
जागरण संवाददाता, नवादा। राज्य सरकार की ओर से करीब ग्यारह माह बाद सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों को 9 फरवरी से छठी से आठवीं कक्षा तक खोलने का निर्देश दिया गया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सरकार के निर्देश जारी होने के बाद विद्यालय को खोलने का आदेश दिया गया। कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए विद्यालय संचालन करने का निर्देश दिया गया। लेकिन जिले के अधिकांश सरकारी विद्यालय के शिक्षकों के इंटर परीक्षा में ड्यूटी में रहने के कारण पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी।
कई विद्यालय में इंटर परीक्षा का केंद्र बनाए जाने के कारण पढ़ाई बाधित रहा। 13 फरवरी को इंटर परीक्षा समाप्त हो चुकी है। विद्यालय के सभी शिक्षक अपनी ड्यूटी पर लौट चुके हैं। लेकिन विद्यालय के सभी बेंच-डेस्क को परीक्षा केंद्र पर भेजा गया था। जो अभी वापस नहीं आया है। बच्चों की बैठने की व्यवस्था नहीं रहने के कारण क्लास शुरू नहीं हो सका है। सोमवार की सुबह करीब 11 बज रहे थे। नगर के प्रसाद बिगहा स्थित राजकीय कन्या मध्य विद्यालय पहुंचा तो देखा कि गेट खुला है। लेकिन एक भी बच्चियां नहीं थी।
प्रभारी प्रधानाध्यापक किरण कुमारी अपने कक्ष में बैठी थी। इसके अलावा अन्य शिक्षक विद्यालय में मौजूद थे। जब उनसे पूछा कि विद्यालय में एक भी छात्राएं नहीं है। उन्होंने बताया कि विद्यालय का सभी बेंच-डेस्क इंटर व मैट्रिक परीक्षा केंद्र पर भेजा गया है। जो वापस नहीं आया है। बच्चों को बैठने की व्यवस्था नहीं है। विद्यालय की कई छात्राएं पहुंची थी। जिसे बुधवार से बोरा लेकर आने के लिए कहा गया है। अब नियमित क्लास का संचालन होगा। इसके अलावा कई विद्यालयों में बेंच-डेस्क नहीं रहने के कारण क्लास बाधित रहा।
मैट्रिक परीक्षा ड्यूटी में रहेंगे कई शिक्षक
राजकीय कन्या मध्य विद्यालय के प्रभारी किरण कुमारी ने बताया कि इस विद्यालय में कुल नौ शिक्षक कार्यरत हैं। जिसमें एक निलंबित व एक मातृत्व अवकाश पर हैं। दो शिक्षकों को मैट्रिक परीक्षा ड्यूटी में लगाया गया है। इस विद्यालय में 6-8 कक्षा में कुल 525 छात्राएं हैं। और आठवीं कक्षा में दो सेक्शन है। शिक्षकों के परीक्षा ड्यूटी में रहने से सभी कक्षा संचालन में परेशानी होगी। ऐसे में क्लास बाधित हो सकता है।
कहते हैं छात्र
नगर के राजकीय मध्य विद्यालय की छात्रा सीमा कुमारी, अंशु कुमारी समेत कई छात्राओं ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर करीब ग्यारह माह से स्कूल बंद था। इससे हमसबों का एक साल पढ़ाई बाधित रहा। 9 फरवरी को क्लास शुरू होना था। लेकिन शिक्षकों का इंटर परीक्षा में ड्यूटी रहने के कारण क्लास शुरू नहीं हो सका। परीक्षा समाप्त होने के बाद जब शिक्षक पहुंचे हैं तो क्लास में बेंच-डेस्क नहीं है। बुधवार से साथ में बोरा लेकर विद्यालय आने को कहा गया है। निराश होकर घर लौटना पड़ रहा है।