Bhabhua : गैर पंजीकृत क्लीनिक व पैथोलाजी केंद्रों को एक हफ़्ते की चेतावनी, सिविल सर्जन हुईं सख़्त, मचा हड़कंप
गैर पंजीकृत क्लीनिकों व पैथोलाजी केंद्रों को एक सप्ताह में पंजीकृत कराने की सिविल सर्जन ने चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर कार्यालय में निर्धारित अभिलेख जमाकर पंजीयन नहीं कराने वालों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
जासं, भभुआ: जिले के गैर पंजीकृत क्लीनिकों व पैथोलाजी केंद्रों को एक सप्ताह में पंजीकृत कराने की सिविल सर्जन ने चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर कार्यालय में निर्धारित अभिलेख जमाकर पंजीयन नहीं कराने वालों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि सिविल सर्जन डा. मीना कुमारी ने जिले में चल रहे सभी निजी क्लीनिकों व पैथोलाजी केंद्रों के पंजीयन की जांच करने के लिए जिला स्तरीय टीम का गठन किया है। टीम में एसीएमओं डा. जितेंद्र नथ सिंह व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. आर.के. चौधरी शामिल है।
गैर पंजीकृतों को मिला नोटिस
टीम के पदाधिकारियों ने अपने- अपने क्षेत्र के क्लीनिको की संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों के माध्यम से जांच कर गैर पंजीकृत लोगों को नोटिस देकर तीन दिन के अंदर अभिलेख जमाकर पंजीयन कराने व ऐसा न करने की स्थिति में क्लीनिक व पैथोलाजी केंद्र बंद करने के लिए नोटिस भी दे दिया है। इसके विपरीत अब तक सदर पीएचसी द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट सीएस कार्यालय को सौंप दिया गया है। जिसकी जांच की जा रही है।
जांच रिपोर्ट में 14 क्लीनिक व 16 पैथोलााजी केंद्र
सदर पीएचसी द्वारा सीएस कार्यालय में सौंपे गए जांच रिपोर्ट में
14 क्लीनिक व 16 पैथोलााजी केंद्र शामिल हैं। सीएस कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में चार वैध क्लीनिक व एक पैथोलाजी केंद्र वैध है। जबकि जिले में एक सौ से अधिक क्लीनिक व पैथोलाजी केंद्र कार्यरत है। बता दें कि ज़िले में कई ग़ैर पंजीकृत क्लिनिक व पैथोलॉजी केंद्र चल रहे हैं और इसका खामियाजा मरीज़ों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है। इसके लिए कई बार बवाल हुआ, अधिकारियों तक बात भी पहुंची लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ। इस बार इस बाबत सीएस काफ़ी सख़्त मूड में नज़र आ रही है।