बौद्ध महोत्सव में जापान व कोरिया के कलाकारों को किया जाएगा आमंत्रित
-बोधगया टेंपल एडवाइजरी बोर्ड की बैठक में पर्यटकों को भिखरियों को दान न देने की अपील बीटीएमसी एक्ट में संशोधन पर बनी सहमति जागरण संवाददाता बोधगया
गया । प्रमंडलीय आयुक्त असंगबा चुबा आओ ने कहा कि इस बौद्ध महोत्सव में जापान और कोरिया के कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने विभिन्न देशों के राजदूतों के प्रतिनिधियों को दूतावास के माध्यम से आने वाले तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों को भिखारियों को दान न देने के लिए जागरूक करने का सुझाव दिया। भिक्षुओं, भिखारियों को दान देने पर भीख मागने की प्रवृत्ति में वृद्धि होती है।
शुक्रवार को महबोधि मंदिर सलाहकार समिति की बैठक में म्यांमार के राजदूत प्रतिनिधि कॉन्सुल जनरल कोलकाता यू मिनट शो की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में दोमुहान से नोड एक तक सड़क को महाबोधि महाविहार का नामकरण हेतु नगर पंचायत बोधगया से प्रस्ताव पारित करने की जानकारी जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने दी। डीएम ने कहा कि महाबोधि मंदिर क्षेत्र को स्लॉटर रहित क्षेत्र घोषित किया जा चुका है।
थाईलैंड के राजदूत के प्रतिनिधि मिस स्विया शातिपिटक्स, कॉन्सुल जनरल ने बिना बॉडी टच किए फ्रिस्किंग करने का सुझाव रखा। जिसपर पुलिस महानिरीक्षक पारसनाथ ने कहा कि मंदिर परिसर की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए फ्रिस्किंग जरूरी है। इस संबंध में सचिव बीटीएमसी को संबंधित मिनिस्ट्री के बौद्ध भिक्षु से समन्वय स्थापित कर उन्हें अलग-अलग कलर में पास निर्गत करने का सुझाव दिया गया।
पटना-गया तथा गया-राजगीर पथ में पर्यटकों के लिए जनसुविधा उपलब्ध कराने की माग पर डीएम ने कहा कि प्रत्येक 25 किलोमीटर पर जनसुविधा प्रदान करने की सरकार की योजना है और वजीरगंज में जनसुविधा हेतु पब्लिक टॉयलेट बनाया गया है। विश्व स्तरीय कन्वेंशन सेंटर बनाए जाने की माग पर कहा कि सुजाता बाइपास के समीप 2000 क्षमता वाला विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। बोधगया को आईकॉनिक प्लेस के रूप में सरकार द्वारा चयन किया गया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार इसके लिए निधि उपलब्ध कराई जा रही है।
बोधि वृक्ष की देखभाल के संबंध में बताया गया कि फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून द्वारा इसकी देखभाल की जा रही है। उसके वैज्ञानिक आकर इसकी टहनियों और पत्तों की जाच करते हैं। बौद्ध महोत्सव 2020 में जापान एवं कोरिया के कलाकारों को भी आमंत्रित करने व अपने देश में बौद्ध महोत्सव का प्रचार-प्रसार करने का सुझाव दिया गया।
आयुक्त असंगबा चुबा आओ ने कहा कि बीटीएससी के पास सीमित संसाधन है। साथ ही महाबोधि मंदिर में सीमित स्थान है। इसलिए पीक सीजन में ही सभी कार्यक्रम आयोजित न कर ऑफ सीजन में भी कार्यक्रम आयोजित किया जाएं। अपने देश के पर्यटकों को ऑफ सीजन में बोधगया भ्रमण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। यह भी चर्चा की गई कि गर्मी के दिनों में खुले में पूजा करने में कठिनाई होती है, इसलिए अधिकतर लोग नवंबर से मार्च तक बोधगया आते हैं। आयुक्त ने बीटीएमसी को कहा कि ऑफ सीजन में आने वाले पर्यटकों को विशेष सुविधा प्रदान की जाए।
बैठक में भूटान के राजदूत के प्रतिनिधि, थाईलैंड के राजदूत के प्रतिनिधि, रॉयल थाई कॉन्सुलट कोलकाता के कॉन्सुल, श्रीलंका हाई कमीशन के प्रतिनिधि, दलाईलामा के प्रतिनिधि, सारनाथ के प्रोफेसर, सीएमबीएसआइ के जनरल सेक्रेटरी, गया के वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्र, पुरातत्व विभाग के निदेशक अतुल प्रकाश व अन्य उपस्थित थे।