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Good News: घरों के बाद अब स्‍कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों तक भी पहुंचेगा नल का जल, प्रशासन ने शुरू की कवायद

स्‍कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर भ्‍ाी नल का जल मिलेगा। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। प्राथमिक विद्यालय में पांच जबकि मध्‍य विद्यालय में सात कनेक्‍शन दिए जाएंगे। वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन नल लगाए जाने की योजना है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 08:59 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 08:59 AM (IST)
सरकारी विद्यालयों के बच्‍चे पीयेंगे नल का जल। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

जेएनएन, भभुआ।  नल-जल योजना से हर घर तक पानी पहुंचाने की योजना के बाद अब स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों तक नल का जल (Tap Water) पहुंचाने की योजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है। प्राथमिक( Primary) व मध्य विद्यालय(Middle School) के अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों तक भी पानी पहुंचाया जाएगा।  पंचायती राज विभाग व पीएचईडी (PHED)के स्तर से संचालित इस योजना के क्रियान्वयन में जिले के प्रशासनिक पदाधिकारी जुट गए हैं।

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प्राथमिक विद्यालय में पांच व मध्‍य विद्यालय में होंगे सात कनेक्‍शन

जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में पांच कनेक्शन होंगे। इनमें एक कनेक्शन किचन में, एक-एक महिला व पुरुष शौचालय में और दो कनेक्शन पीने के पानी के लिए होगा। माध्यमिक विद्यालयों में सात कनेक्शन दिए जाएंगे वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन कनेक्शन होंगे। इसमें जो विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र आवासीय इलाके में होंगे वहां वार्ड में हुई बोरिंग से पानी पहुंचाया जाएगा। जबकि बाहर के स्कूलों में वार्डों से पानी पहुंचाने में दिक्कत होगी। इसलिए वहां स्कूल के चापाकल में मोटर लगाकर पानी आपूर्ति की जाएगी। स्कूल के ऊपर पानी टंकी बैठाई जाएगी। इस कार्य में होने वाले खर्च विद्यालय विकास कोष से किए जाएंगे।

अपूर्ण योजनाओं को पांच दिनों में पूर्ण करने का डीएम ने दिया निर्देश

बता दें कि नल जल योजना के तहत जिले में कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। बीते दिनों डीएम स्‍तर से गठित टीम ने जिले की सभी पंचायतों में पहुंचकर योजना की जांच की थी। ‌कई जगह कार्य पूर्ण मिले तो कई जगह शिकायतें भी मिली। ‌जांच टीम की रिपोर्ट के आलोक में डीएम ने समीक्षात्‍मक बैठक की।  उन्होंने अपूर्ण नल जल योजना के कार्यों को पांच दिनों के अंदर हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया। इसके बाद स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में पानी पहुंचाने की योजना पर कार्य शुरू किया जाएगा।

अब नहीं होगी पीने के पानी की समस्‍या

छात्र-छात्राओं व शिक्षकों के अलावा अभिभावकों ने भी सरकार की इस पहल की सराहना की है। इस योजना से एमडीएम बनाने वाली रसोइयों को भी काफी सहूलियत होगी। अब तक स्कूलों में लगे एक चापाकल पर छात्र-छात्राओं को पानी पीना काफी मुश्किल था। कई जगह चापाकल बंद थे तो कई जगह चापाकल है ही नहीं। ऐसे में नल का जल पहुंचने से विद्यालय में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों सहित रसोइयों को पेयजल की समस्या नहीं होगी।


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