Move to Jagran APP

गया के केसपा पहुंचा विदेशी बौद्ध भिक्षुओं का दल, मां तारा की पूजा के बाद किया भगवान बुद्ध का दर्शन

गया जिला मुख्यालय से 32 किलोमीटर और प्रखंंड मुख्यालय टिकारी से सात किमी दूर विदेशी बौद्ध भिक्षुओं का एक दल कश्यप ऋषि के नाम पर बसे केसपा गांव पहुंचा। यहां ख्याति प्राप्त शक्ति पीठ मां तारा देवी के मंदिर में दर्शन-पूजन किया।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 11:04 AM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 11:04 AM (IST)
केसपा में पूजा-अर्चना करते बौद्ध भिक्षु। जागरण

टिकारी (गया), संवाद सहयोगी। गया जिला मुख्यालय से 32 किलोमीटर और प्रखंंड मुख्यालय टिकारी से सात किमी दूर विदेशी बौद्ध भिक्षुओं का एक दल कश्यप ऋषि के नाम पर बसे केसपा गांव पहुंचा। यहां ख्याति प्राप्त शक्ति पीठ मां तारा देवी के मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद गांव के बीच स्थापित भगवान बुद्ध के प्रतिमा का दर्शन किए। साथ ही मंदिर परिसर में बिखरी पड़ी खंडित प्रतिमाओं और और उसपर खुदी लिपि का भी अवलोकन किया। बौद्ध भिक्षु सुदूरवर्ती गांव केसपा में भगवान बुद्ध से जुड़े अनेकों साक्ष्य देखकर हैरत में पड़ गए। भिक्षुओं के दल ने बताया कि मां तारा देवी के साथ भगवान बुद्ध का दर्शन कर धन्य-धन्‍य हो गए। 

loksabha election banner

ग्रामीणों ने किया अतिथि सत्‍कार

भंते ज्ञानवंश के नेतृत्व में आए विदेशी बौद्ध भिक्षुओं के दल को पंडित सुरेश पाठक मां तारा का दर्शन कराया। यहां के इतिहास की उन्‍हें जानकारी दी। वहीं श्यामनंदन शर्मा ने केसपा के इतिहास और भगवान बुद्ध के इस गांव से संबंध के बारे में विस्तार से जानकारी दी। गंभीरता से भिक्षुओं ने उनकी बातें सुनीं। इसके बाद ग्रामीणों ने अतिथि देवो भवः की परंपरा का निर्वहन करते हुए बौद्ध भिक्षुओं का अतिथि सत्कार किया। सत्‍कार से भिक्षओं का दल अभिभूत दिखा। 

केसपा को बौद्ध सर्किट से जोड़ने की मांग

ग्रामीण आशुतोष शर्मा, मृत्‍युंजय शर्मा, अमित कुमार आदि ने कहा कि सरकार इसे बुद्ध सर्किट से जोड़कर केसपा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर सकती है। तब भगवान बुद्ध के साथ कश्यप ऋषि और मां तारा तीनो की महत्ता राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बन सकती है। साथ ही ऋषि, देवी और भगवान के नामों की साथर्कता सिद्ध होने के साथ यह स्थल पर्यटन और आकर्षण का एक नया केंद्र बन सकता है। सरकार को इसपर विशेष ध्‍यान देने की जरूरत है। विदेशी भि‍क्षओं ने भी इसकी जरूरत बताई। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.