अवैध कोयला डिपो संचालन पर लगा 42 हजार का जुर्माना, अब भी जोरों पर फल-फूल रहा काला कारोबार
पटना रांची रोड एनएच 31 के किनारे पर कोयले का व्यापार चला रहे दर्जनों कोयला माफिया झारखंड की ओर से आने वाली ट्रक चालकों के मिली भगत से अवैध रूप से कोयले की खरीद-बिक्री एवं मिलावट करने में लगे हुए थे।
जागरण टीम, नवादा। रजौली प्रखंड क्षेत्र के पटना रांची रोड एनएच 31 के किनारे पर कोयले का व्यापार चला रहे दर्जनों कोयला माफिया झारखंड की ओर से आने वाली ट्रक चालकों के मिली भगत से अवैध रूप से कोयले की खरीद-बिक्री एवं मिलावट करने में लगे हुए थे। लेकिन अनुमंडल प्रशासन रजौली के जागरूकता के कारण हरदिया समेत तीन कोयला डम्पिंग यार्डों पर छापेमारी कर जुर्माना लगाया, जिसमें से अब तक दो डिपो संचालकों पर राशि वसूल कर सरकार के राजस्व में वृद्धि की है।
हरदिया स्थित दो कोयला डीपो से 224570 रुपये की राशि वसूल की तथा परमेश्वर विगहा स्थित कोयला डीपो पर 42830 रूपये की राशि की जुर्माना लगाया गया है। बताते चलें कि अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद के निर्देश पर प्रखंड क्षेत्र में पुलिस की मदद संचालित कोयले की अवैध दुकान पर लगाम लगाया जा सका है। उनके द्वारा गत माह एवंं दो जनवरी को खनन व अंचल प्रशासन को लिखित पत्राचार करने पर हीं उनकी कुंभकर्णी नींद खुली और वे जांच करने लगे। एसडीओ चंद्रशेखर आजाद के निर्देश पर हीं बीते शनिवार को अंचलाधिकारी अनिल प्रसाद व विधि व्यवस्था थानाध्यक्ष कमलेश कुमार एवं पुलिस बल के सहयोग से परमेश्वरबिगहा स्थित चल रहे अवैध कोयला डिपो पर छापेमारी की गई।
छापेमारी के बाद सम्बंधित कागजात जिला खनन कार्यालय नवादा में 24 घंटों के अंदर जमा करने को कहा गया।परन्तु डिपो संचालक अकौना निवासी महेश्वर यादव के पुत्र लल्लू प्रसाद ने कोयले के खरीद के कागजातों के अलावा भंडारण हेतु अनुज्ञप्ति नहीं जमा कराया। जिसके एवज में सहायक निदेशक खनन नवादा विजय कुमार सिंह ने अवैध भंडारण एवं बिहार खनिज नियमावली 2019 के नियम 39 एवं 56 का उल्लंघन के आलोक में डिपो संचालक पर जुर्माना 42830 रुपये लगाया गया है। जिसे दो दिनों के अंदर खनन कार्यालय में जमा करने का निर्देश भी उनके द्वारा दिया गया। अन्यथा कानूनी कार्यवाही करने की बात कही है।
बताते चलें कि बीते छह माह से कोयले को सोना बनाने का अवैध धंधा पुलिस की मदद से फलने-फूलने लगा था। जिसकी शिकायत लोगों ने अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद से की। उन्होंने शिकायत के आलोक में स्वयं कोयले डीपो पर जाकर सच्चाई की तहकीकात की। जिसमें पता चला कि ये लोग इस अवैध कोयला डंपिंग कर व्यापार को धड़ल्ले से फैलाने में लगे हुए हैं। फलस्वरूप उन्होंने खनन विभाग व अंचलाधिकारी रजौली को जांच का जिम्मा सौंपा।जांच के बाद पता चला कि ये लोग पुर्ण रूप से कम लागत से अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में सरकारी राजस्व की चोरी के साथ इंट उद्योग संचालकों को भी चुना लगाने में लगे हुए हैं। जिसका भंडाफोड़ रजौली एसडीओ चंद्रशेखर आजाद के द्वारा गया।
साथ ही उनके निर्देशन में इस अवैध व्यापार पर लगाम लगाया गया। हालांकि हरदिया एवं परमेश्वरबिगहा में संचालित अवैध कोयला डिपो में छापेमारी के बावजूद भी अंधरवारी के अलावा एनएच 31 पर नवादा तक दर्जनों जगहों पर कोयला माफिया अपने अपने दुकान को बेखौफ होकर चलाने में लग हुए थे। वेेे अब परमेेश्वर विगहा डिपो पर छाापेमारी के बाद भय केे साये में कार्य कर रहे हैं। एसडीओ चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि रजौली में चल रहे अवैध रूप से कोयला डिपो पर प्रभावी नियंत्रण हेतु जांच पड़ताल करते हुए निरोधात्मक कार्रवाई की गई है जो कि प्रशासनिक सक्रियता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि रजौली अंतर्गत चल रहे कोयला डिपो पर निरंतर छापेमारी अभियान चलाने को लेकर निर्देश दिया गया है, ताकि भविष्य में इस कार्य में जुड़े लोगों का मनोबल टूटने के साथ-साथ प्रशासनिक कार्य की सक्रियता आम जनों एवं प्रबुद्ध लोगों के बीच पहुंच सके।