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गया में तस्करों के चंगुल 28 मवेशियों को छुड़ाया, कंटेनर को जब्त कर सरगना की तलाश शुरू

गया में तस्करों के चंगुल 28 मवेशियों को छुड़ाया गया है। पशु तस्कर मवेशियों को एक कंटेनर में भरकर कहीं डिलीवरी करने वाले थे। लेकिन इससे पहले गांव वालों ने इसकी सूचना एक एनजीओ को दी दी। इसके बाद पुलिस की मदद से कार्रवाई की गई।

By Rahul KumarEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 11:29 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 11:29 AM (IST)
गया में तस्करों के चंगुल 28 मवेशियों को छुड़ाया, कंटेनर को जब्त कर सरगना की तलाश शुरू
गया में 28 मवेशियों को छुड़ाया गया। सांकेतिक तस्वीर

संवाद सूत्र फतेहपुर(गया)।  गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र में चल रहे पशु तस्करी की पोल शुक्रवार की रात दिल्ली की एक पशुओं की रक्षा करने वाली एक संस्था ने खोल दी। महिला सदस्य की कार्रवाई से पशु तस्करों के बीच हडकंप मच गया। दिल्ली की संस्था गौ ज्ञान फाउंडेशन को ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि बारा पंचायत के नंगवा में पशु तस्करों के द्वारा तस्करी के उदेश्य से मवेशियों को कंटेनर में लोड किया जा रहा है, सूचना के आलोक में फतेहपुर थाना पुलिस के सहयोग से  गांव में छापेमारी कर 28 मवेशियों समेत एक कंटेनर को जब्त किया। हालांकि तस्कर मौके से फरार होने में कामयाब हो गया।

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कंटेनर के चालक समेत एवं मवेशी तस्कर के फरार हो जाने के बाद कंटेनर को फतेहपुर थाना पहुंचना टेढी खीर बन गया था। पुलिस टीम के पास भी अतिरिक्त चालक नहीं रहने के कारण संस्था के सदस्य के द्वारा करीब 6 किलोमीटर तक कंटेनर को चलाते हुए फतेहपुर थाना पहुंचाया गया। इस दौरान कंटेनर में क्षमता से काफी अधिक मात्रा में मवेशी को लोड किया गया था।

संस्था के सदस्य लता अय्यर ने बताया कि आए दिन इस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में पशु तस्करी की जा रही है। इसी क्रम में आज भी बड़ी संख्या में पशु एक कंटेनर में लाद कर बाहर भेजने की सूचना मिली। जिसके बाद फतेहपुर पुलिस की मदद से सभी मवेशियों को तस्करो से छुड़ाया गया है। उन्होंने बताया की इस तस्करी में मुख्य रूप से नगमा गांव के रहने वाले राजू कुरैशी और बड़ो कुरैशी का नाम सामने आ रहा है। उनके  खिलाफ नामजद केस दर्ज किया जा रहा है। लता ने बताया कि संस्था के द्वारा किसी भी जानवरों पर होने वाले अत्याचार का विरोध करते हैं। साथ ही उनहें बचाने के प्रयासरत रहती है। वहीं देर रात मवेशियों को रखने के लिये औरंगाबाद जिले के देवकुड़ भेज दिया।


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