नवागंतुक सभी छात्र-छात्राएं एक जोड़े गुलाब के पौधों के साथ हुए उपस्थित, सभी पौधे संस्थान में जाएंगे लगाए
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गया में गुरुवार को नव वर्ष नामांकित प्रशिक्षुओं का ओरिएंटेशन कार्यक्रम संस्थान की ओर से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं को न सिर्फ़ कोर्स से बल्कि संस्थान के अनेक पहलुओं से ओरिएंट किया गया।
जागरण संवाददाता, गया। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गया में गुरुवार को नव वर्ष नामांकित प्रशिक्षुओं का ओरिएंटेशन कार्यक्रम संस्थान की ओर से आयोजित किया गया। ओरिएंटेशन प्रोग्राम के संयोजक डॉ. जैनेन्द्र दोस्त ने कहा कि कार्यक्रम में प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं को न सिर्फ़ कोर्स से बल्कि संस्थान के अनेक पहलुओं से ओरिएंट किया गया।
डीपीओ सह प्रभारी प्राचार्या प्रिया भारती के साथ-साथ संस्थान के सभी व्याख्याताओं ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। प्राचार्या ने अपने संबोधन के द्वारा प्रशिक्षुओं का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा एवं प्रशिक्षण से सबंधित एक बेहतर माहौल संस्थान प्रदान करेगा।
प्रशिक्षुओं को डायट के इतिहास एवं उपलब्धि के बारे में बताते हुए व्याख्याता राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि गया डायट की पहचान बिहार स्तर पर स्थापित है। डॉ. रवीन्द्र कुमार ने एनसीएफ 2005 के मार्गदर्शक सिद्धांतों की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि आज के समय में रटंत विद्या को छोड़ एक्टिविटी बेस्ड एडूकेशन की ज़रूरत है। प्रशिक्षुओं को पाठ्यचर्या के बारे में डॉ. गणेश प्रसाद साव एवं डॉ. वीना कुमारी ने विस्तार से बताया। इस कार्यक्रम में सभी नवागंतुक छात्र-छात्राएं एक जोड़े गुलाब के पौधों के साथ उपस्थित थे। ये सभी पौधे संस्थान में उनके द्वारा लगाए गए।
कार्यक्रम में व्याख्याता निधि नैनम ने डायट के सुविधाओं को रेखांकित किया। मंच संचालन डॉ. जैनेन्द्र दोस्त ने तथा आभार ज्ञापन डॉ. अजय कुमार शुक्ला ने किया। इस कार्यक्रम में व्याख्याता एकता कनौजिया, चंद्रशेखर कुमार, रोहित कुमार, ओमप्रकाश सिंह, शकील अख़्तर, नागेन्द्र सिंह सहित शिक्षकेत्तर कर्मचारी नारायण श्रीवास्तव, पप्पू ठाकुर, रामप्रकाश कुमार, दीपक कुमार एवं उर्मिला देवी उपस्थित थीं।