टिकारी प्रखंड में धान रोपनी का 85 प्रतिशत कार्य पूरा
टिकारी। धान का कटोरा कहे जाने वाले टिकारी प्रखंड में धान रोपनी का 85 प्रतिशत कार्य पूरा
टिकारी। धान का कटोरा कहे जाने वाले टिकारी प्रखंड में धान रोपनी का 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। कई वषरें बाद ऐसा हुआ है कि सावन माह और पुख नक्षत्र के समाप्त होने से पूर्व धान की अधिकाश रोपनी का कार्य क्षेत्र के किसान पूरा कर चुके है। इसका मुख्य कारण समय पर कम-बेसी बारिश का होना और किसान फीडर में पर्याप्त बिजली की आपूर्ति होना है। हलाकि जुलाई माह में औसत बारिश 249.5 मिमी की आवश्यकता के विरुद्ध मात्र 149.2 मिमी ही हुई है। यानी आवश्यकता से 149.3 मिमी वर्षा कम हुई है। अगर औसत वर्षा इस माह में हो जाती तो संभव था कि लक्ष्य के अनुरूप धान रोपनी का कार्य भी क्षेत्र में समाप्त हो जाता।
टिकारी प्रखंड क्षेत्र के अधिकाश क्षेत्रों में परंपरागत सिंचाई साधन इस वर्ष धान रोपनी के कार्य मे किसानों का सारथी नही बन सका। चुकी अभी तक नदी, नहर, आहर, पईन, पोखर, तालाब, गबड़ा आदि उपयोगी सिंचाई साधन खुद पानी के प्यासे है अथवा सूखा पड़ा है। यह तब कारगर और किसानों के लिए हितकारी बनता है जब क्षेत्र में पर्याप्त बारिश हुई हो या नदी में पर्याप्त पानी आया हो। बहरहाल येनकेन प्रकारेण धान की रोपनी क्षेत्र में 85 प्रतिशत होने का दावा कृषि विभाग ने किया है जो क्षेत्र और किसानों के लिए सुखद खबर है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी गोपाल रंजन ने बताया कि शेष बचे 15 प्रतिशत में कुछ वैसे खेत हैं जिसमें किसान बिचड़ा डाले है और कुछ ऐसे टीला खेत है जंहा पानी का साधन अभी नही है।