पिछले साल वाटर लेवल 42 फीट था, इस बार 25 फीट
-2603 वाडरें में से 1903 में नल-जल का कार्य पूर्ण - 200 वाडरें में लॉकडाउन बन रहा बाधक -1970 वार्डो में पानी पहुंचाने का जिम्मा पीएचईडी का 1951 में काम शुरू ------------- राहत -गया शहर का वाटर लेवल 34 फीट है - शहर के वार्ड 10 11 एवं 27 से लेकर 35 तक जल संकट वाले इलाके ----------- जागरण संवाददाता गया
गया । कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि वर्तमान में गया जिला का औसतन भू-जल स्तर 25 फीट है, जबकि पिछले साल 42 फीट था। गया जिले में 15 जून 2020 तक पानी की समस्या उत्पन्न होने की संभावना नहीं है। फल्गु एवं निरंजना नदी में अभी तक पानी है। शहरी क्षेत्र में वाटर लेवल 34 फीट है। डीएम ने कहा कि तब भी विगत वर्ष की तुलना में 75 फीसद तैयारी अभी से ही रखी जाए।
नगर आयुक्त सावन कुमार ने बताया कि गया शहर में 132 प्याऊ हैं। इनमें से 129 कार्यरत हैं। 800 चापाकलों में से 755 कार्यरत हैं। 32 टैंकर हैं। 229 सामुदायिक स्टैंड पोस्ट हैं। गया के 18 वार्ड में पानी की समस्या ज्यादा उत्पन्न होती है। इनमें वार्ड 10, 11 एवं 27 से 35 वार्ड विशेष प्रभावित रहते हैं। पिछले साल 55 टैंकर से जलापूर्ति की गई थी। 25 टैंकर पीएचईडी द्वारा उपलब्ध कराया गया था।
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पानी को ठंडा रखने को
वाटर कूलर लगाएं
नगर निगम को शहरी क्षेत्र के महत्वपूर्ण स्थलों के प्याऊ में आरओ एवं वाटर कूलर लगवाने कानिर्देश दिया। बोधगया के कार्यपालक पदाधिकारी को बीटीएमसी से नोड वन तक के सभी प्याऊ में आरओ एवं वाटर कूलर लगवाने का निर्देश दिया। गर्मी के दिनों में पानी गर्म हो जाता है इसलिए लोग प्याऊ का पानी नहीं पी पाते हैं। बुडको को एडीबी प्रोजेक्ट का कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया।
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बोधगया के चार वार्डो
में पानी की दरकार
कार्यपालक पदाधिकारी बोधगया ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बुडको द्वारा नल में कनेक्शन नहीं दिया गया है। बोधगया के चार वार्डो में पानी की जरूरत पड़ती है। कार्यपालक पदाधिकारी शेरघाटी ने बताया कि उनके यहां 278 चापाकल हैं। कुछ चापाकलों में मरम्मत करानी है। जिलाधिकारी ने खराब चापाकलों को ठीक कराने का निर्देश दिया।
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टिकारी में 13 में से 10 में
नल-जल की योजनाएं पूर्ण
कार्यपालक पदाधिकारी टिकरी ने बताया कि 13 वार्ड में से 10 वार्ड में नल जल कार्य पूर्ण हो गया है। उनके पास 130 चापाकल हैं जिनमें से 85 चालू हैं तथा 3 टैंकर उपलब्ध हैं।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि पीएचईडी को नल जल के लिए 1970 वार्ड मिला था। जिसमें 1951 वार्ड में कार्य प्रारंभ करा दिया गया है। सेवतर, सरबहदा एवं बीथोशरीफ में कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया।
जिला पंचायत राज पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि 2603 वाडरें में से 1903 वार्ड में कार्य पूर्ण हो गया है। 200 वाडरें में कार्य पूरे होने में लॉक डाउन की वजह से कार्य रुक गया है। जिलाधिकारी ने उन 200 वाडरें में कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया। बैठक में नगर आयुक्त सावन कुमार, सहायक समाहर्ता केएम अशोक, उप विकास आयुक्त, किशोरी चौधरी, उप निदेशक जन संपर्क, पीएचईडी के कार्यपालक अभियंताए वुडको के कार्यपालक अभियंता, बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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