नाम कमाना हो तो दान न करें खाद्यान्न : प्रशासन
सोशल मीडिया पर कतिपय लोगों द्वारा मैसेज दिया जा रहा है कि गया जिला प्रशासन द्वारा निजी संस्थाओं या अन्य लोगों से प्राप्त खाद्यान्न को अपने से पुन पैक करवाकर वितरण कर सरकार की पब्लिसिटी की जा रही है।
गया । सोशल मीडिया पर कतिपय लोगों द्वारा मैसेज दिया जा रहा है कि गया जिला प्रशासन द्वारा निजी संस्थाओं या अन्य लोगों से प्राप्त खाद्यान्न को अपने से पुन: पैक करवाकर वितरण कर सरकार की पब्लिसिटी की जा रही है। जिला प्रशासन गया इसका खंडन करता है। इस संबंध में कहना है कि कई लोगों द्वारा मानक रहित पॉलीथिन पैकेट में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। कोरोना महामारी से सुरक्षा एवं बचाव के लिए प्राप्त खाद्यान्न की जाच करवाना आवश्यक है। ऐसा सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। सरकार में पूरी जनता समाहित है। ऐसे में यह कहना कि सरकार अपनी पब्लिसिटी के लिए लोगों के खाद्यान्न को अपना पैकेट में डलवा कर अपनी पब्लिसिटी के लिए बंटवा रही है, बिल्कुल गलत मानसिकता का परिचायक है। वैसे लोग जो अपना नाम कमाने पब्लिसिटी के लिए खाद्यान्न दान करना चाहते हैं उनसे अनुरोध है कि वे खाद्यान्न दान न करें।
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आज भी बांटा जाएगा
खाद्यान्न का पैकेट
सोमवार को बताया गया कि 03 टीमों द्वारा असहाय एवं निर्धन लोगों के बीच 826 खाद्यान्न पैकेट का वितरण कराया गया है। शेखर त्रिपाठी द्वारा 25 खाद्यान्न में पैकेट,काती क्लब द्वारा 400 खाद्यान्न पैकेट, राजू बर्णवाल द्वारा 225 खाद्यान्न पैकेट, विष्णुपद मंदिर पप्रबंध कारिणी समिति द्वारा 100 खाद्यान्न पैकेट एवं हर्ष टूम्मा सेंटर द्वारा 20 खाद्यान्न पैकेट कुल 770 खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराया गया है। जिसका वितरण मंगलवार कराया जाएगा।